अहमदाबाद. गुजरात में सरकारी बिजली कंपनियों द्वारा उपभोक्ताओं से बिजली बिल में एनर्जी चार्ज के अलावा फ्यूल सरचार्ज लिया जाता रहा है. अब सरकार ने इस फ्यूल सरचार्ज में प्रति यूनिट 19 पैसे की कटौती करने का फैसला किया है. यह कटौती मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सस्ते कोयले और सस्ती गैस के कारण की गई होने की जानकारी दी गई है. हालांकि, विपक्ष द्वारा उपचुनाव के कारण सरकार ने यह कदम उठाया होने का आरोप लगाया जा रहा है. ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल ने बताया कि, उपभोक्ताओं से बिजली बिल में एनर्जी चार्ज के अलावा फ्यूल सरचार्ज लिया जाता है.
जिसकी वसूली गुजरात विद्युत नियामक आयोग द्वारा तय फॉर्मूले के आधार पर की जाती है. पिछली तिमाही यानी जुलाई से सितंबर-2020 की के दौरान गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के अधीन आने वाली चारों बिजली वितरण कंपनियों ने प्रति यूनिट 2.00 रुपए की दर से फ्यूल सरचार्ज वसूल किया था. लेकिन अब अक्टूबर-2020 से दिसंबर-2020 की तिमाही के दौरान फ्यूल सरचार्ज प्रति यूनिट 1.81 रुपए की दर से वसूला जाएगा.
सरकार के अनुसार, यह कटौती मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सस्ते कोयले और सस्ती गैस की उपलब्धता के कारण की जा रही है. इससे राज्य के 1.40 करोड़ से अधिक उपभोक्ताओं को 3 महीने में 356 करोड़ रुपए से अधिक की राहत मिलने का दावा भी उन्होंने किया है.