इटावा. 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से गठबंधन करने के लिए लालायित प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया शिवपाल सिंह यादव ने रविवार को इटावा में कहा कि मुझे भाजपा ने पार्टी में शामिल होने का ऑफर दिया था. लेकिन मैंने उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया. अपनी नई पार्टी बनाना मुनासिब समझा. अब देखिए हर जगह भाजपा का विरोध हो रहा है.
कोई खुश नहीं है. उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती पर भी हमला किया. उन्होंने कहा- मायावती का पीठ में छुरा घोपने का पुराना इतिहास रहा है. 3 बार भाजपा के साथ सरकार बना चुकी हैं. सपा के साथ भी गठबंधन किया. लेकिन, नतीजा क्या रहा? यह सबके सामने है. अब बसपा के पास कुछ बचा नहीं है.
लव जिहाद कानून बनाने पर शिवपाल ने ली चुटकी
शिवपाल यादव ने कहा कि नोटबंदी, जीएसटी जैसे भाजपा ने गलत कदम उठाए. उन्होंने सीएम योगी के लव जिहाद पर कानून बनाने के बयान पर चुटकी लेते हुए कहा कि- पहले से ही बहुत से कानून बने हुए हैं. उनका सही ढंग से क्रियान्वयन अगर किया जाए तो किसी और कानून की जरूरत नहीं पड़ेगी. लोगों को समझाने के लिए नैतिक शिक्षा का इंतजाम किया जाए, यह बहुत ही बेहतर रहेगा.
बसपा के विधायकों पर मायावती की नहीं है पकड़
शिवपाल सिंह ने कहा कि अगर बसपा के विधायक टूट रहे हैं तो फिर इसमें किसी और का कसूर क्या है? ऐसा लगता है कि मायावती के विधायक टिकट वितरण और शोषण की वजह से उनसे दूर जा रहे हैं. जब उनके खुद के विधायक उनसे अलग भाग रहे हैं तो फिर दूसरों पर आरोप लगाने से क्या फायदा? शिवपाल ने इशारों में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का बचाव भी किया. कहा कि मायावती को किसी दूसरे पर आरोप नहीं लगाना चाहिए बल्कि अपने गिरेबान में खुद ही उन्हें झांक करके देखना चाहिए.