केवडिया (गुजरात). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात दौरे का आज दूसरा दिन है. मोदी ने नर्मदा जिले के केवडिया में देश की पहली सी-प्लेन सर्विस की शुरुआत की. मोदी ने खुद सी-प्लेन की सफर किया. मोदी को लेकर सी-प्लेन ने दोपहर करीब 1 बजे केवडिया से उड़ान भरी और करीब 1.40 बजे साबरमती रिवर फ्रंट पर पहुंच गया. देश में आम आदमी के लिए सी-प्लेन की सुविधा देना मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट था.
यह सर्विस नर्मदा जिले के केवडिया से अहमदाबाद के साबरमती रिवर फ्रंट तक शुरू की गई है. इसका किराया 1500 रुपए रखा गया है. सी-प्लेन से 200 किमी का सफर सिर्फ 40 मिनट में पूरा हो जाएगा, बाय रोड इतनी दूर तय करने में करीब 4 घंटे लग जाते हैं. सी-प्लेन पानी और जमीन पर लैंड कर सकता है. इसके लिए रनवे की जरूरत भी नहीं होती.
इससे पहले मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सिविल सर्विसेज के ट्रेनी अफसरों को संबोधित किया. मोदी ने ट्रेनी अफसरों से कहा कि आने वाले 25 साल बेहद अहम हैं. आप पर बड़ी जिम्मेदारियां होंगी. देश को आत्मनिर्भर बनाने में भी योगदान देना है.
ट्रेनी अफसरों को मोदी के 5 मंत्र
1. आजादी के 100 साल के काम पूरे करने की शुरुआत अभी से करें
मोदी ने कहा, जिस समय आप सिविल सेवा में आए हैं, वो बहुत खास है. आज जब फील्ड में जाना शुरू करेंगे, तब भारत स्वतंत्रता के 75वें साल में होगा. आप ही आप वो ऑफिसर्स हैं, जो उस समय में भी देशसेवा में होंगे, अपने करियर के महत्वपूर्ण पड़ाव पर होंगे, जब भारत आजादी के 100 साल मनाएगा. आने वाले 25 सालों में देश की सुरक्षा, लोगों का कल्याण, वैश्विक स्तर पर भारत का स्थान और कई बड़े काम आपके जिम्मे रहेंगे. ऐसे काम पूरे करने की शुरुआत अभी से करें.
2. मीडिया में दिखने के शौक से बचिए
आपको रूल्स और रोल पर लगातार फोकस करना है. इन्हीं का बैलेंस बनाकर चलना है. मीडिया में दिखास और छपास के रोग से दूर रहिए. ये रोग लगे तो विकास से दूर रह जाएंगे.
3. सपनों को कागज पर लिखिए
आज की रात सोने से पहले खुद को आधा घंटा जरूर दीजिए. मन में जो चल रहा है. अपने दायित्व के बारे में आप जो सोच रहे हैं, उसे लिखकर रख लीजिए. जिस कागज पर अपने सपनों को शब्द देंगे, वह सिर्फ कागज का नहीं, बल्कि आपके दिल का टुकड़ा होगा. यह सपनों को साकार करने के लिए धड़कन बनकर आपके साथ रहेगा.
4. जिम्मेदारियों को याद रखें
स्टील फ्रेम का काम देश को यह समझाना भी होता है कि बड़े से बड़े बदलाव क्यों न हो, आप देश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देंगे. तरह-तरह के लोगों से घिरे रहने के बाद भी आपको दायित्व भूलना नहीं है. स्टील फ्रेम का ज्यादा प्रभाव तभी होगा, जब आप टीम में रहेंगे.
5. देश को आत्मनिर्भर बनाएं
आगे जाकर आपको जिले संभालने हैं, कई विभागों में तैनाती होगी, उस समय ये टीम भावना और भी काम आने वाली है. जब आप एक टीम की तरह पूरी ताकत लगा देंगे, तभी सफल होंगे और देश विफल नहीं होगा. सरदार पटेल ने आत्मनिर्भर भारत का सपना देखा था. कोरोना महामारी के दौरान हमें जो सबसे बड़ा सबक मिला, वो आत्मनिर्भर भारत का ही है. आप भी इसमें योगदान दें.