बुलंदशहर. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के खुर्जा में पुलिस ने पटाखे बेच रहे दुकानों पर पुलिस का छापा मारा. इस दौरान कुछ दुकानदारों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया. इस दौरान एक दुकानदार की मासूम बेटी पिता को छोडऩे के लिये पुलिस की गाड़ी पर लगातार सर पटकती रही, गुहार लगाती रही. मासूम का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद बुलंदशहर पुलिस की कार्रवाई कटघरे में खड़ी हो गई.
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले को बेहद संवेदनशीलता से लेते हुए पटाखा कारोबारी को तत्काल रिहा करवाया. साथ ही देर रात ही वरिष्ठ अधिकारियों के हाथों उनके व उनकी मासूम बेटी के लिए दीपावली के उपहार व मिठाइयां भी भिजवाई. इसके अलावा एक दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश भी दिए हैं.
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद हरकत में आई बुलंदशहर पुलिस के सीओ ने कहा नियमानुसार कार्रवाई की गई थी. लेकिन इसके बाद एक वीडियो हमारे संज्ञान में आया, जिसमें आतिशबाजी बेचने वाले दुकानदार को पुलिस ले जाती दिखी और बच्ची दरवाजा पीट रही थी.
उन्होंने कहा कि पुलिस से संवेदनशील व्यवहार की अपेक्षा थी, जो नहीं दिखा. इस प्रकरण में एसएसपी ने नाराजगी प्रकट की और वीडियो में दिखाई दे रहे मुख्य आरक्षी को लाइन हाजिर कर दिया है. इसके अलावा हमने और एडीएम साहब ने महसूस किया कि बच्चे का मन कोमल होता है. कहीं पुलिस के प्रति कोई नकारात्मक भाव न रह जाए. हमने निर्णय लिया कि बच्ची के साथ त्यौहार मनाते हैं. बच्ची खुश है और हमें भी लगा कि हम अपने बच्चे के साथ त्यौहार मना रहे हैं.
मामला खुर्जा कोतवाली नगर क्षेत्र के ग्राम मुंडाखेड़ा चौहरे का है, यहां पटाखा बिक्री की सूचना पर कार्रवाई करने गई पुलिस के साथ दुकानदारों और पुलिस के बीच नोकझोंक हो गई और दुकानदार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
इसके बाद हिरासत में लिए युवक को छुड़ाने के लिए उसकी मासूम बेटी पुलिस की कार में सर पटक-पटक कर मारती रही, लेकिन पुलिस ने उसकी एक ना सुनी और ना ही पुलिस जीप में ड्राइवर सीट पर बैठे सिपाही ने सर पटकने से बच्ची को रोकने की जहमत ही उठाई.
गौरतलब है कि पुलिस ने बच्ची के पिता सहित 6 दुकानदारों को हिरासत में लिया था. दरअसल बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर एनजीटी ने पटाखों की बिक्री पर रोक लगाई हुई है और ये व्यापारी पटाखे बेच रहे थे.