सर्दी के मौसम में सर्दी-जुकाम होना आम है लेकिन एक या दो हफ्ते तक भी सर्दी ठीक ना हो तो यह साइनस का संकेत हो सकता है. साइनस नाक से जुड़ी ऐसी समस्या है जो बैक्टीरिया, कोल्ड और एलर्जी की वजह से होती है. यह समस्या हर 8 में से 1 व्यक्ति में देखने को मिलती है, जिसका कारण प्रदूषण, धूल, मिट्टी, धुंआ आदि भी है. सर्दियों में ठंडे मौसम के कारण यह समस्या और भी बढ़ सकती है, जिसकी वजह से बॉडी पेन, सांस लेने में दिक्कत हो सकती है. ऐसे में आपको अपनी सेहत का ख्याल रखना बहुत जरूरी है.
साइनस इंफेक्शन कैविटी में वायरय या बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से होती है. यह समस्या चेहरे के 4 हिस्सों गाल, आंखों के बीच में व पीछे और आइब्रोज के ऊपर होती है, जोकि कम से कम 2 हफ्ते तक रहती है. ऐसे में आपको तुरंत चेकअप करवाना चाहिए.
ऐसे पहचाने सर्दी-जुका बन चुका है साइनस
. गालों व ऊपर के जबड़े में दर्द
. आंखों में तेज दर्द होना
. सर्दी के साथ बुखार
. सोते समय ही खांसी आना
. कई बार दांत में तेज दर्द होना
. सांस लेने में दिक्कत होना
. आइब्रोज के ठीक ऊपर तेज दर्द
. सांस भी बदबू आना
. चेहरे पर सूजन व नाक से पीला या हरे रंग द्रव्य बहना
क्या खाएं क्या नहीं?- डाइट में विटामिन ए युक्त फूड्स अधिक लें क्योंकि इससे साइनस इंफेक्शन कम हो जाती है. हल्दी, काली मिर्च, अदरक की चाय, वेजिटेबल व चिकन सूप आदि ले. साथ ही तलाभुना, मसालेदार, चावल, आइसक्रीम, ठंडी चीजें, दही आदि से परहेज करें.
हाइड्रेटेड रहें- शरीर में पानी की कमी से भी यह समस्या बढ़ सकती है इसलिए खुद को हाइड्रेट रखें. इसके लिए 8 गिलास पानी पीएं और साथ ही जूस, सूप आदि भी लेते रहें.
सेब का सिरका- एप्पल साइड विनेगर में नींबू का रस और 1 टीस्पून शहद मिलाकर दिन में 3-5 बार पीने से भी आराम मिलेगा. सुबह तुलसी, काली मिर्च और नमक की चाय बनाकर भी पी सकते हैं.
लहसुन-प्याज- प्याज और लहसुन को कूटकर पानी में उबाल कर भाप लें. इससे भी साइनस से जल्द आराम मिलेगा.
हल्दी और अदरक की चाय- एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर हल्दी और अदरक की चाय बनाकर पीएं. इससे बलगम पतली होगी, जिससे बंद नाक खुल जाएगी.
ऑलिव ऑयल- जैतून तेल से नाक और आंखों के चारों ओर मसाज करें. इससे भी नाक साफ हो जाएगी और साइनस में आराम मिलेगा.
देसी घी- गाय के देसी घी की दो-दो बूदें नाक में डालें. इससे ना सिर्फ साइनस की समस्या दूर होगी बल्कि आप दूसरी बीमारियों से भी बचाव रहेगा. इसके अलावा नाक में 2 बूंदें षडबिन्दु तेल डालने से भी आराम मिलेगा.
ब्रीदिंग एक्सरसाइज- योग, मेडिटेशन और हिप्नोथेरेपी जैसी ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें. रोजाना ऐसा करने से आपको खुद फर्क महसूस होगा.