नई दिल्ली. केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-चलो अभियान के तहत आंदोलन कर रहे किसानों ने मामले पर वार्ता कर रही सरकार को खुली चेतावनी दे दी है. किसानों ने कहा है कि अगर आज 3 बजे तक फैसला नहीं हुआ, तो वे बैरिकेड तोड़कर जंतर मंतर तक जाएंगे. किसानों ने साफ लहजे में कहा है कि वे पिछले ढाई महीने से आंदोलन कर रहे हैं, फिर भी उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं निकल रहा. इसलिए किसान अब बर्दाश्त नहीं करेंगे.
इधर, गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने ट्रैक्टर लेकर पुलिस बैरिकेड तोड़ने का प्रयास किया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर हजारों की संख्या में जुटे किसानों ने राजधानी में प्रवेश के रास्ते पर लगे बैरिकेड को तोड़ने का प्रयास किया. किसान अपने साथ ट्रैक्टर लेकर आए थे, जिससे पुलिस बैरियर को हटाने का प्रयास किया गया.
वहीं, कुछ देर पहले खबर सामने आई थी कि ऑल इंडिया टैक्सी यूनियन ने सोमवार को चेतावनी दी कि अगर नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों की मांगे नहीं मानी गई तो वे हड़ताल पर जाएंगे. यूनियन के अध्यक्ष ने इसकी जानकारी दी. यूनियन के अध्यक्ष बलवंत सिंह भुल्लर ने कहा कि वे किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए उन्हें दो दिन का समय दे रहे हैं. भुल्लर ने कहा, ‘‘ हम प्रधानमंत्री और कृषि मंत्री से अपील करते हैं कि वे इन कानूनों को वापस लें. कॉर्पोरेट सेक्टर हमें बर्बाद कर रहा है. अगर दो दिनों के भीतर सरकार इन कानूनों को वापस नहीं लेती है तो हम सड़क से अपने वाहनों को हटा लेंगे. हम देश के सभी चालकों से अपील करते हैं कि वे 3 दिसंबर से वाहन चलाना बंद कर दें.