लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि विरोध दल किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर अराजकता का महौल बना रहे है. ये उनके दोहरे चरित्र को उजागर कर रहा है. केंद्र ने किसानों के लिए कई बड़े कदम उठाए.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा आज़ादी के बाद किसानों के हित में लिए गए यह क्रांतिकारी फैसले है. योगी ने कहा कि मोदी सरकार ने वन रेंक वन पेंशन और वन मार्किट की दिशा में काम किया है. सरकार ने ढ़ेड गुणा एमएसपी बढाने का भी अपना वादा पूरा किया है.
योगी ने कहा कि यूपीए सरकार ने किसानों के हित मे काम नही किया, मोदी सरकार के बिल लाने के पहले स्थाई समिति की बैठक हुई. तब ज्यादातर पार्टियों ने एक्ट में संशोधन की वकालत की थी. आज वही दल भोलेभाले किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर अराजकता पैदा करने की कोशिश कर रहे है.
योगी ने कहा कि दोहरा चरित्र जब सत्ता में रहते है तो आचरण कुछ और होता है, कांग्रेस, टीएमसी, राष्टवादी कांग्रेस, सपा, बसपा, आम आदमी पार्टी, लेफ्ट सबका दोहरा चरित्र है. इन सभी दलों को जनता के सामने माफी मांगनी चाहिए. यह अपनी बातों से मुकर रहे है, इनका दोहरा चरित्र देश बर्दाश्त नही करेगा.
उन्होनें कहा कि यूपीए सरकार ने 2004 से 2014 तक शासन किया, सरकार में एनसीपी, लेफ्ट, डीएमके, सपा जैसे दल सरकार में शामिल थे या समर्थन कर रहे थे. यूपीए सरकार ने 2010 में पत्र भेजे थे. एपीएमसी एक्ट में संशोधन के लिए पत्र में कहा गया था कि मॉडल एक्ट बनाया जा रहा है. मनमोहन सिंह तब पीएम थे, सोनिया गांधी यूपीए की चेयरपर्सन थी, राहुल गांधी का महत्वपूर्ण रोल था तब राज्यों को पत्र लिखा था, अब ये अपने बयानों से कैसे मुकर रहे है.