ऐक्टर:भूमि पेडनेकर,माही गिल,अरशद वारसी,जिशू सेनगुप्ता और करण
कपाड़िया
डायरेक्टर : जी अशोक
श्रेणी:Hindi, Horror
अवधि:2 Hrs 35 Min
पिछले दिनों भूमि पेडनेकर की मुख्य भूमिका वाली फिल्म ‘दुर्गामती’ का ट्रेलर रिलीज हुआ था. ट्रेलर देखकर पता चल जाता है कि यह फिल्म आत्मा और भूत-प्रेत वाले टॉपिक पर ही बनी है. फिल्म में एक पुरानी रानी की आत्मा भूमि के अंदर आ जाती है और वो अपने किसी खास मकसद के लिए वापस आई है.
कहानी- एक ईमानदार आईएएस अधिकारी चंचल चौहान (भूमि पेडनेकर) है. चंचल की शादी सोशल ऐक्टिवस्ट शक्ति सिंह (करण कपाड़िया) से होने वाली होती है. मगर कुछ दिन पहले ही चंचल अपने मंगेतर शक्ति का मर्डर कर देती है. इस बीच ईश्वर प्रसाद (अरशद वारसी) सीबीआई के रेडार पर है. एजेंसी कई पुरानी और कीमती मूर्तियों के रहस्यमय तरीक से गायब होने की जांच कर रही है. चंचल से एक खाली किले में इस केस के बारे में पूछताछ की जाती है जहां उसके भीतर एक रानी की आत्मा दाखिल हो जाती है. रानी दुर्गामती की आत्मा क्यों आई है यह आपको फिल्म देखकर पता चलेगा.
यह फिल्म तेलुगू और तमिल भाषा में बनी फिल्म ‘भागमती’ का हिंदी रीमेक है. साउथ की फिल्में बहुत लाउड होती हैं. अक्षय कुमार की ‘लक्ष्मी’ देखकर पता चल जाता है. अगर आप साउथ की फिल्में पसंद नहीं करते हैं तो इस फिल्म को न ही देखें तो बेहतर है. फिल्म के 30 मिनट केवल भूतिया महल को दिखाने में लगा दिए हैं जो अजीब ही लगता है. हर किरदार की कहानी आप जानना चाहते हैं लेकिन उन्हें ठीक से स्थापित नहीं किया जाता है. फिर फिल्म में राजनीतिक साजिश और विमन इंपॉर्मेंट का घालमेल किया जाता है. अगर आप सोचते हैं कि यह एक हॉरर फिल्म है तो यह आपको बिल्कुल नहीं डराएगी. फिल्म के डायलॉग्स भी एकदम बोझिल करने वाले हैं. माही गिल और जिशू सेनगुप्ता के किरदारों का ठीक से इस्तेमाल ही नहीं किया गया है. अरशद वारसी इस फिल्म के जरिए अपनी इमेज चेंज करना चाहते हैं लेकिन फिर भी फिल्म उनको उतना स्कोप नहीं दे सकी है.