लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में एक लाख 58 हजार से अधिक बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूल हैं. एक करोड़ 80 लाख से अधिक यानि दिल्ली की जितनी आबादी है, उतना हमारे यहां बेसिक शिक्षा परिषद में बच्चे पढ़ते हैं.
सीएम योगी ने ये बातें 97,663 स्वयं सहायता समूहों और उनके संगठनों को 445 करोड़ 92 लाख की पूंजीकरण धनराशि के आनलाइन हस्तांतरण के दौरान कहीं. उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों के ड्रेस निर्माण में प्रदेश में बहुत सारे जिलों ने अच्छा काम किया है. खासतौर पर प्रयागराज में 17 हजार ड्रेस एक महिला स्वयं सेवी समूह ने तैयार किया है. इतने बच्चों के लिए दो-दो यूनिफार्म बनवाने के साथ प्रदेश सरकार एक करोड़ 80 लाख बच्चों को स्वेटर भी दे रही है.
सीएम योगी ने कहा कि अगर आप दिल्ली से यूपी की तुलना करते हैं तो यह भी याद रखने की जरूरत है कि यूपी की जनसंख्या 24 करोड़ है और यहां कोरोना वायरस संक्रमण से 8,000 लोगों की जान गई है, जबकि दिल्ली की आबादी महज 1.75 करोड़ है, पर वहां कोरोना वायरस संक्रमण से 10,000 लोग जान गंवा चुके हैं. साफ है कि यूपी में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर प्रबंधन दिल्ली के मुकाबले काफी बेहतर रहा है.
योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सामुदायिक शौचालयों में स्वच्छता के लिए हाथ से पोछा लगाने की जरूरत न पड़े. इसके लिए मशीन या अन्य प्रकार की व्यवस्था दें. प्रदेश में राशन की दुकानों में जहां भी अनियमितता की शिकायत आती है और वह निरस्त होती है तो पहली प्राथमिकता गांव की महिला स्वयं सेवी समूह को दें. इसमें अगर प्रशिक्षण की आवश्यकता पड़ती है तो उन्हें देकर इसे आगे बढ़ाना चाहिए.
इस दौरान यूपीएसआरएलएम और आईसीआईसीआई फाउंडेशन के बीच एमओयू का भी आदान-प्रदान हुआ. आईसीआईसीआई फाउंडेशन की ओर से गोरखपुर, वाराणसी, देवरिया, प्रयागराज, बाराबंकी और लखनऊ जिले की स्वयं सहायता समूह से जुड़ी 23 हजार महिलाओं को पांच साल के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसमें बकरी पालन, सब्जी उत्पादन और फूलों की खेती में फाउंडेशन तकनीकी सहयोग और प्रशिक्षण देगा.