चंडीगढ़. नरेंद्र मोदी सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन के बीच पंजाब के पटियाला में आढ़तियों के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की है. बताया गया कि इनकम टैक्स अधिकारियों के साथ सीआरपीएफ की टीम भी मौजूद थी. विभाग की छापेमारी को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.
सिंह ने शनिवार को आरोप लगाया कि केंद्र आयकर विभाग के छापों के जरिए आढ़तियों को डराने-धमकाने की कोशिश कर रहा है.
कैप्टन ने आगे कहा कि जवाब का इंतजार किए बिना और नोटिस जारी करने के महज चार दिन के भीतर पंजाब के कई आढ़तियों के परिसरों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की है.
इस तरह के कदमों से बीजेपी नीत केंद्र सरकार के खिलाफ लोगों का गुस्सा और बढ़ेगा. उन्होंने दावा किया कि यहां तक कि सामान्य प्रक्रिया के रूप में स्थानीय पुलिस को सूचित तक नहीं किया गया और आयकर विभाग की टीमों की छापेमारी के दौरान सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का इस्तेमाल किया गया.
बादल ने भी की आलोचना
सिंह ने कहा कि छापों के जरिए आढ़तियों को डराने-धमकाने की कोशिश की जा रही है. इस तरह की दमनकारी कार्रवाई का बीजेपी के लिए उल्टा परिणाम होगा. वहीं बीजेपी की पूर्व सहयोगी अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि आढ़तियों के खिलाफ केंद्र सरकार इसलिए कार्रवाई कर रही है क्योंकि वे किसानों के आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने किसानों के समर्थन में चंदा भी दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आयकर विभाग ने पटियाला जिले में जसविंदर राणा के घर पर छापा मारा. यह छापेमारी रात भर चलती रही. इसके अलावा समाना में आढ़ती असोसिएशन के प्रधान पवन बंसल के घर पर भी रेड पड़ी.