नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज साल के आखिरी मन की बात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि चार दिन बाद नया साल शुरू होने वाला है. अब अगली मन की बात 2021 में होगी. उन्होंने कहा कि देश में नया सामर्थ्य पैदा हुआ है. इस नई सामर्थ्य का नाम आत्मनिर्भरता है. बता दें प्रधानमंत्री का यह मासिक रेडियो कार्यक्रम है, जो हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित किया जाता है.
आइये जानते हैं मन की बात की 10 खास बातें-
-पीएम मोदी ने कहा कि मेरे प्यारे देशवासियों, अब मैं एक ऐसी बात बताने जा रहा हूं, जिससे आपको आनंद भी आएगा और गर्व भी होगा. भारत में तेंदुओं की संख्या में, 2014 से 2018 के बीच, 60 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है. ये वही तेंदुए हैं जिनके बारे में जिम कॉरबेट ने कहा था- जिन लोगों ने तेंदुओं को प्रकृति में स्वछन्द रूप से घूमते नहीं देखा, वो उसकी खूबसूरती की कल्पना ही नहीं कर सकते. उसके रंगों की सुन्दरता और उसकी चाल की मोहकता का अंदाज नहीं लगा सकते. देश के सम्मान में सामान्य मानवी ने इस बदलाव को हमसूस किया है. मैंने देश में आशा का एक अद्भुत प्रवाह भी देखा है.
चुनौतियां खूब आई, संकट भी अनेक आए. कोरोना के कारण दुनिया में Supply Chain को लेकर अनेक बाधाएं भी आई, लेकिन हमने हर संकट से नए सबक लिए.
-पीएम ने कहा हमें वोकल फॉर लोकल की भावना को बनाये रखना है, बचाए रखना है, और बढ़ाते ही रहना है. आप हर साल न्यू ईयर रेजोल्यूशन लेते हैं, इस बार एक रेजोल्यूशन अपने देश के लिए भी जरुर लेना है.
-अधिकतर पत्रों में लोगों ने देश के सामर्थ्य, देशवासियों की सामूहिक शक्ति की भरपूर प्रशंसा की है. जब जनता कर्फ्यू जैसा अभिनव प्रयोग, पूरे विश्व के लिए प्रेरणा बना, जब ताली-थाली बजाकर देश ने हमारे कोरोना वॉरियर्स का सम्मान किया था, एकजुटता दिखाई थी उसे भी कई लोगों ने याद किया है.
-कोरोना के कारण, आपूर्ति श्रृंखला दुनिया भर में बाधित हो गई, लेकिन हमने प्रत्येक संकट से नए सबक सीखे. राष्ट्र ने नई क्षमताओं को भी विकसित किया है. इस क्षमता को हम आत्मनिर्भरता कह सकते हैं.
– पीएम ने कहा हमें देश को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करना ही है. ये भी 2021 के संकल्पों में से एक है. उन्होंने कहा कि हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम कचरा ही नहीं फैलाएंगे.
-कोरोना की वजह से इस साल इसकी चर्चा उतनी हो नहीं पाई है. हमें सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने का संकल्प लेना चाहिए.
साथियो, इन प्रयासों के बीच, हमें ये भी सोचना है कि ये कचरा इन बीच पर, इन पहाड़ों पर, पहुंचता कैसे है? आखिर, हम में से ही कोई लोग ये कचरा वहां छोड़कर आते हैं.
-कोरोना की वजह से इस साल इसकी चर्चा उतनी हो नहीं पाई है. हमें सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने का संकल्प लेना चाहिए. साथियों, इन प्रयासों के बीच, हमें ये भी सोचना है कि ये कचरा इन बीच पर, इन पहाड़ों पर, पहुंचता कैसे है? आखिर, हम में से ही कोई लोग ये कचरा वहां छोड़कर आते हैं.
-पीएम ने कहा जब तक जिज्ञासा है, तब तक जीवन है. अभी दो दिन पहले ही गीता जयंती थी. गीता, हमें, हमारे जीवन के हर सन्दर्भ में प्रेरणा देती है. उन्होंने कहा कि बच्चे सबसे ज्यादा इसी लिए सीखते हैं क्योंकि उनमें जिज्ञासा होती है.
– पीएम ने कहा आपको यह जानकर खुशी होगी कि कश्मीरी केसर को जीआई टैग का सर्टिफिकेट मिलने के बाद दुबई के एक सुपर मार्किट में इसे लॉन्च किया गया. अब इसका निर्यात बढ़ने लगेगा. यह आत्मनिर्भर भारत बनाने के हमारे प्रयासों को और मजबूती देगा.