लखनऊ. उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए खुशखबरी है. इस महीने मकर संक्रांति से प्रदेश में कोरोना वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है. शनिवार को प्रदेश के गोरखपुर जिले में एक कार्यक्रम को संबोधित करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह ऐलान किया है.
योगी गोरखपुर में वकीलों के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन की स्थिति कोरोना को लेकर बहुत खराब है जबकि नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में कोरोना के खिलाफ भारत में लड़ाई काफी सफल रही है.
योगी ने कहा कि प्रदेश के 6 केंद्रों पर ड्राइ रन चल रहा है और मकर संक्रांति से प्रदेश की जनता के लिए वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू हो सकती है. उन्होंने कहा कि कोरोना टीकाकरण के लिए प्रदेश में जिला स्तर पर की जा रही व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग की जा रही है. वैक्सीन के लिए प्रभावी कोल्ड चेन सिस्टम तैयार करने के लिए कोशिथ तेज कर दी गई है.
बता दें कि भारत में ऑक्सफोर्ड और एस्ट्रेजेनेका की कोविशील्ड के अलावा भारत बायोटेक और आईसीएमआर की कोवैक्सीन भी अप्रूवल के लिए तैयार है. इसमें कोविशील्ड को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है.
हालांकि, इस पर अंतिम फैसला डीसीजीआई को को लेना है. शुक्रवार को कोरोना वैक्सीन को लेकर बनी सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी की बैठक में फाइजर, भारत बायोटेक और सीरम इंस्टिट्यूट ने अपना-अपना प्रेजेंटेशन दिया था.
कोविशील्ड को आपात इस्तेमाल की मंजूरी
इस प्रेजेंटेशन के बाद सीरम इंस्टिट्यूट के कोविशील्ड को कमिटी ने आपात इस्तेमाल की इजाजत दे दी है. इसके अलावा कुछ वैक्सीन कंपनियों से कुछ और जानकारी मांगी गई है. इस बीच सरकार की ओर से वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए ठोस प्लान तैयार किया गया है.
2 जनवरी से देश के अलग-अलग राज्यों में ड्राइ रन शुरू किया गया है. केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने स्वयं इसकी तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की है.