गाजियाबाद. यूपी के गाजियाबाद में रविवार को श्मशान घाट में गलियारे की छत गिरने से 25 लोगों की हुई मौत के बाद मृतकों के घर में कोहराम मचा हुआ है. सोमवार को मृतकों के परिजनों ने शव को एनएच-58 पर रखकर जाम लगा दिया. पीडि़त परिवार दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे है. सूचना मिलने पर मौके पर प्रशासनिक अधिकारी लोगों से बातचीत कर समझाने कोशिश कर रहे है. उधर मुरादनगर के विधायक अजीत पाल त्यागी भी परिजनों से बातचीत के लिए पहुंचे है.
वहीं 25 लोगों की हुई मौत मामले में आज पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. मुरादनगर नगरपालिका की अधिशाषी अधिकारी निहारिका सिंह, जूनियर इंजीनियर चंद्रपाल और सुपरवाइजर आशीष को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मामले में ठेकेदार अजय त्यागी अभी भी फरार चल रहा है.
इससे पहले अधिशासी अधिकारी, ठेकेदार अजय त्यागी, जेई सीपी सिंह, सुपरवाईजर आशीष समेत अन्य अज्ञात व संबंधित अधिकारियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की एफआईआर दर्ज की गई थी. मंडलायुक्त अनीता सी मेश्राम के निर्देश पर गैर इरादतन हत्या, भ्रष्टाचार लापरवाही सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. बता दें कि इस हादसे में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है.
एसपी ग्रामीण इरज राजा ने बताया कि इस मामले में मुरादनगर थाने में मुकदमा पंजीकृत किया गया था. पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें ईओ, जूनियर इंजीनियर और सुपरवाइजर शामिल हैं. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी कवायद जारी है.
गौरतलब है कि दो महीने पहले ही इस गलियारे का निमाज़्ण किया गया था. 15 दिन पहले इसे आम लोगों के लिए खोला गया था. इतना ही नहीं अभी इसका लोकापज़्ण भी नहीं हुआ था. घटिया निमाज़्ण की वजह से हुए इस हादसे ने अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत की पोल खोल दी है.