{रवि प्रकाश श्रीवास्तव}
नई दिल्ली। किसान आन्दोलन के तहत संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आज 18 फरवरी गुरूवार को प्रस्तावित देश व्यापी रेल रोको आन्दोलन के मद्देनजर जहां रेलवे समेत राज्यों के शासन-प्रशासन ने चाक चौबंद सुरक्षा की तैयारियां कर रखी हैं। वहीं किसान नेता और केन्द्र सरकार दोनों ही इस बार बेहद ही सतर्क हैं और दोनों ही नही चाहते हैं कि 26 जनवरी पर लाल किले जैसी कोई घटना की किसी भी सूरत में पुनरावृत्ति न हो। इसके साथ ही किसान नेता राकेश टिकैत ने रेल रोको आन्दोलन की रूपरेखा भी बताई है। किसानों के रेल रोको एलान को लेकर रेलवे अलर्ट मोड में है। ट्रेनों के संचालन में किसी तरह का हादसा न हो इसे लेकर रेलवे की परेशानी बढ़ गई है। लिहाजा रेलवे पुलिस राज्य सरकार के साथ संपर्क बनाए रखने के साथ आरपीएफ बटालियन की तैनाती भी कर दी है। आरपीएफ महानिदेशक ने कहा है कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य सरकारों के साथ संपर्क में है।
गौरतलब है कि केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान संगठनों द्वारा आज गुरूवार को रेल रोको अभियान का ऐलान किया गया है। इसके मद्देनजर रेलवे ने पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल पर ध्यान केन्द्रित करने के साथ ही देशभर में रेलवे सुरक्षा विशेष बल (आरपीएसएफ) की 20 अतिरिक्त कंपनियां भी तैनात की है। इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने रेल रोको अभियान को लेकर कहा कि कल रेल रोको अभियान 12 बजे से 3-4 बजे तक रहेगा। हम तो रेल चलाने की बात कर रहे हैं। अगर रेल रोकेंगे तो संदेश देंगे कि रेल चले। गांव के लोग अपने हिसाब से रेल रोको अभियान का संचालन कर लेंगे। रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक अरुण कुमार ने बुधवार को कहा, ”मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। हम जिला प्रशासनों के साथ संपर्क बनाए रखेंगे और नियंत्रण कक्ष भी बनाएंगे।”
उन्होंने कहा, ”हम खुफिया जानकारी इकट्ठा करेंगे। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों और कुछ अन्य क्षेत्रों पर भी हमारा ध्यान केंद्रित रहेगा। हमने इन क्षेत्रों में रेलवे सुरक्षा विशेष बल (आरपीएसएफ) की 20 कंपनियों (लगभग 20,000 कर्मियों) को तैनात किया है।” उन्होंने यह भी कहा कि हम उन्हें इस बात पर राजी करना चाहते हैं कि यात्रियों को कोई असुविधा नहीं हो और हम चाहते हैं कि यह (रेल रोको) अभियान शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त हो जाए। इसको लेकर रेलवे स्टेशनों और रेलवे फाटकों पर सुरक्षा कड़ी की गई है।
उन्होंने बताया कि गुरुवार की सुबह से आरपीएफ और जीआरपी के जवान सभी स्टेशनों पर भी तैनात रहेंगे। साथ ही आरपीएफ को रेलवे ट्रैक की निगरानी करने के निर्देश जारी किया गया है ताकि रेल पटरी को क्षतिग्रस्त नहीं होने दिया जाए। किसी भी बाहरी व्यक्ति को स्टेशन परिसर में जाने पर रोक लगाई जाएगी। सिर्फ कन्फर्म टिकट वाले ही स्टेशन परिसर में प्रवेश कर सकेंगे। सभी जीआरपी थाना प्रभारियों को अलर्ट कर दिया गया है। ऐसे स्थानों को चिन्हित किया गया है जहां से किसान स्टेशन परिसर में प्रवेश कर सकते है। ट्रेनों का परिचालन बाधित नहीं हो इसके लिए बड़ी संख्या में बटालियन उतारे जाएंगे।
बताया जाता है कि रेल रोको के एलान से सतर्क रेल प्रशासन ने 20 अतिरिक्त आरपीएसएफ कंपनियों को तैनात करेगा। उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा में किसानों के उग्र प्रदर्शन होने की उम्मीद है, लिहाजा इन कंपनियों का ध्यान इन राज्यों पर केंद्रित रहेगा। रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक अरुण कुमार ने कहा है कि सभी से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। जिला प्रशासन के साथ संपर्क में रहेंगे। सुरक्षा के लिए नियंत्रण कक्ष रहेगा। पंजाब, हरियाणा, पश्चिम बंगाल व उत्तर प्रदेश क्षेत्र में खास सुरक्षा के इंतजाम किया गया है। इन राज्यों में करीब 20 हजार कर्मियों को तैनात किया गया है। रेल यात्रियों की सुरक्षा के साथ किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा।