कोलकाता. बंगाल बीजेपी के प्रमुख दिलीप घोष ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर ऐसा बयान दे दिया है, जिस पर विवाद हो गया है. दिलीप घोष ने एक रैली में कहा है कि अगर ममता बनर्जी अपना पैर दिखाना चाहती हैं तो फिर वे साड़ी की बजाय बरमूडा पहन सकती हैं. घोष के इस बयान के बाद कई टीएमसी नेताओं ने निशाना साधा है.
सामने आए वीडियो में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को ममता की पैर की चोट पर सवाल उठाते देखा जा सकता है. वे रैली में कहते हैं, लोग उनका चेहरा नहीं देखना चाहते हैं, इसीलिए वह अपना टूटा हुआ पैर दिखा रही हैं. उन्होंने साड़ी पहन रखी है, जिसकी वजह से उनका एक पैर कवर है, जबकि दूसरा दिख रहा है. कभी किसी को इस तरह साड़ी पहने नहीं देखा. अगर आप अपना पैर दिखाना चाहती हैं तो फिर बरमूडा पहन लें.
दिलीप घोष ने आगे कहा कि मुझे नहीं पता कि वे डॉक्टर कहां से आए हैं, जिन्होंने उनके बाएं पैर में प्लास्टर लगा दिया, जबकि चोट उन्हें दाएं पैर में लगी थी. हमने कोई रिपोर्ट नहीं देखी है. अगर कोई फ्रैक्चर हुआ होता, तो प्लास्टर को दो दिनों में नहीं हटाया जा सकता था. इसमें कम से कम 21 दिन लगते हैं. ये डॉक्टर्स कहां के थे.
बंगाल के पुरलिया में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए दिलीप घोष द्वारा दिए गए बयान का वीडियो सामने आने के बाद तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं ने हमला बोलना शुरू कर दिया है. टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्विटर पर लिखा है कि बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष ने सार्वजनिक सभा में पूछा कि ममता बनर्जी को साड़ी की बजाए अपना पैर दिखाने के लिए बरमूडा पहनना चाहिए. उन्होंने आगे कहा, और इन बंदरों को लगता है कि वे बंगाल में जीत दर्ज करने जा रहे हैं.
बंगाल की राज्य मंत्री डॉ. शशि पांजा ने कहा कि अगर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष इस तरह की अश्लील टिप्पणी करने से पहले नहीं सोचते हैं तो पार्टी बंगाल की माताओं और बहनों के लिए विकास का वादा कैसे कर सकती है? बता दें कि पिछले दिनों नंदीग्राम में चुनावी प्रचार करते समय ममता बनर्जी घायल हो गई थीं. उन्होंने अपने ऊपर हमला होने का दावा किया था, जिसे चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया. ममता को इसके बाद तुरंत कोलकाता स्थित एक अस्पताल ले जाया गया था. इस अस्पताल में ममता को प्लास्टर चढ़ाया गया और फिर जब वे वहां से डिस्चार्ज हुईं तो उसके बाद से ही व्हीलचेयर पर प्रचार कर रही हैं.