नई दिल्ली. इस साल कोविड-19 महामारी कहीं ज्यादा घातक साबित हो सकती है. भारत अभी जिस तरह कोरोना की दूसरी लहर में फंसा है उसे देखकर इसका अंदाजा भी किया जाता है. भारत के साथ ही अब जापान भी महामारी की जबरदस्त चपेट में आ गया है और देश में इमरजेंसी लागू कर दी गई है.
अब विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसुस ने चेताया है कि हम लोग इस महामारी के दूसरे साल में हैं और ये पहले साल से कही ज्यादा घातक साबित हो सकती है. इसके साथ ही डब्ल्यूएचओ ने अमीर राष्ट्रों से अपील की है कि वह बच्चों के टीकाकरण के बारे में फिर से विचार करें. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इन देशों को राय दी कि इसके बजाय वह कोवैक्स योजना के तहत गरीब देशों को कोविड-19 वैक्सीन दान करें.
इस बीच दुनिया के शीर्ष वैज्ञानिकों के एक समूह ने कहा है कि वायरस के चीन के लैब से लीक होने की थ्योरी को खारिज नहीं किया जा सकता. वर्ष 2019 के आखिर में चीन में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला सामने आया था. उसके बाद से इस वायरस ने वैश्विक स्तर पर 30 लाख से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाया है. अरबों डॉलर का आर्थिक नुकसान हुआ है और सात बिलियन इंसानों की जिंदगी पटरी से उतर गई है.