उबटन की जब भी बात होती है तो भारतीयों को मन में सबसे पहली पिक्चर हल्दी और बेसन के सूखे लेप की आती है। इस बात में कोई शक नहीं कि उबटन बहुत प्रभावी होता है। लेकिन आज हम आपको नीम का उबटन बनाने की विधि बता रहे हैं, जो आपकी त्वचा की ऐक्ने और पिंपल की समस्या को जड़ से खत्म कर आपका रंग भी निखारेगा।
नीम का उबटन बनाने के लिए आपको इन चीजों की जरूरत होगी।
नीम का पाउडर या ताजी पत्तियां
रात को भिगोकर रखे गए 10 बादाम या विटमिन-ई का कैप्सूल
2 चम्मच ऐलोवेरा जेल
2 चम्मच पिसी हुई सौंफ
आधा चम्मच हरी इलायची का पाउडर
आधा चम्मच हल्दी पाउडर
पेस्ट बनाने के लिए गुलाबजल
इन सभी चीजों को मिलाकर उबटन तैयार करें।
नीम की पत्तियों का उपयोग कर रही हैं तो इन्हें धोकर भिगे हुए बादाम के साथ पीसकर पेस्ट बना लें।
यदि नीम का पाउडर है तो इसे आप सीधे घोल सकती हैं। यदि आपको नीम की पत्तियां ढूंढने में दिक्कत है तो आप किसी भी आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर से सूखी हुई पत्तियां या नीम का पाउडर ले सकती हैं।
इस उबटन को आप चेहरे के साथ ही पूरे शरीर पर उपयोग कर सकती हैं। बेहतर यही होता है कि उबटन लगाने से पहले और लगाने के बाद दोनों बार स्नान किया जाए। इससे अधिक लाभ मिलता है और जल्दी असर नजर आता है। पिंपल और ऐक्ने वाली त्वचा पर उबटन को लगाएं और हल्का-हल्का रगड़ें ताकि पिंपल दर्द ना करें।
एक से दो मिनट तक रगड़ने के बाद उबटन को इस त्वचा पर सूखने दें।
यदि पिंपल बहुत मोटे और लाल हो रहे हैं तो इन पर मसाज ना करें बल्कि उबटन लगाकर सूखने के लिए छोड़ दें।
चेहरे-कंधे या कमर की त्वचा पर जहां भी बहुत पिंपल हैं, वहां आपको पहली ही बार में इस उबटन का असर महसूस होगा। क्योंकि इसे लगाते ही आपके पिंपल में हो रही खुजली, दर्द और जलन दूर होगी।
यह उबटन आपकी त्वचा में सक्रिय पिंपल पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मार देगा। इससे आपके पिंपल जल्दी सूखने लगेंगे।
त्वचा में ऐक्ने होने के लिए कई कारक जिम्मेदार होते हैं। लेकिन सबसे आम समस्या है अतिरिक्त तेल का उत्पादन, पलूशन और स्किन पोर्स का बंद होना। नीम का उबटन इन समस्याओं का असर आपकी त्वचा पर नहीं होने देता है।