समाजवादी व्यापार सभा ने जीएसटी के 4 वर्ष पूरा होने पर आज प्रदेश स्तर पर आक्रोश दिवस मनाया और सभी 75 जिलों की 97 जिला व महानगर इकाईयों ने जीएसटी को व्यापारी विरोधी बताते हुए काली पट्टी बाँधकर प्रधानमंत्री जी के नाम सम्बोधित ज्ञापन जिला मुख्यालय में दिया।
ज्ञापन के माध्यम से पेट्रोल और डीजल को जीएसटी में लाने, जीएसटी के तीन स्लैब बनाने, उत्तर प्रदेश में अभी तक लगभग 4 हजार करोड़ से ज्यादा फंसे जीएसटी रिफण्ड को वापस करने तथा जीएसटी में गिरफ्तारी का प्रावधान हटाने की मांग की गई है। इसके अतिरिक्त जीएसटी के रिटर्न एवं आयकर एवं अन्य विभागों के रिटर्न दाखिल करने की समय सीमा 30 सितम्बर 2021 तक बढ़ाने, जीएसटी पोर्टल पर होलसेलर व रिटेलर दोनों के लिए एक और कालम बनाने, जीएसटी ऐक्ट में जुर्माना और पेनाल्टी में से एक को समाप्त करने और बिना नोटिस कोई पेनाल्टी न लगाने की भी मांग की गई है।
सहारनपुर में प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक श्री संजय गर्ग, कानपुर में प्रदेश महासचिव अभिमन्यु गुप्ता, लखनऊ में प्रदेश उपाध्यक्ष पवन मनोचा व यासिर सिद्दीकी, झांसी में प्रदेश उपाध्यक्ष अजय सूद, वाराणसी में प्रदीप जायसवाल, प्रयागराज में दुर्गा प्रसाद गुप्ता, अलीगढ़ में अतीत अग्रवाल, औरैया में मनोज पोरवाल व कन्नौज में अंशुल गुप्ता के नेतृत्व में जिला व महानगर कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने विसंगतिपूर्ण व व्यापारी विरोधी जीएसटी के विरूद्ध आक्रोश दिवस मनाते हुए ज्ञापन सौंपा।