राहुल गांधी ने अपने अमेठी दौरे के दौरान आज जनसभा को संबोधित करते हुए बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मोदी जी किसी की नहीं सुनते, जो मन में आता है उसे देश पर थोप देते हैं. जब कि कांग्रेस की नीति जन भागीदारी की रही है. राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस कोई भी योजना शुरू करती थी तो पहले जनता से राय ली जाती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है.हमारे प्रधानमंत्री सो कर उठते हैं और एक नया कार्यक्रम देश की जनता पर डाल देते हैं. भले ही देश को उसकी जरूरत हो भी या नहीं.
जीएसटी का उल्लेख करते हुए राहुल गाँधी ने कहा कि जीएसटी कांग्रेस का कार्यक्रम था. इसे लागू करने से पहले कांग्रेस ने देश के कारोबारियों से उनके विचार जाने. लोगों ने कहा कि तमाम तरह के टैक्स खत्म करके एक टैक्स लगाया जाए और जिसकी सीमा अधिकतम 18 फीसदी तक हो.कांग्रेस इसी अवधारणा पर काम कर रही थी.
उन्होंने कहा कि एक तरफ हमारे प्रधानमंत्री जी है जिन्होंने बिना कोई विचार करे, देश के कारोबारियों पर जीएसटी थोप दिया. और उसमें भी चार तरह के टैक्स और 28 फीसदी तक. इतना ही नहीं केंद्र के टैक्स अलग और राज्यों के अलग. उन्होंने मोदी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर कोई छोटा दुकानदार कुछ चीजों का मिलाकर बेच रहा है, तो उसके सामने समस्या है कि वह एक पैकेट पर अलग-अलग चीजों पर टैक्स का निर्धारण कैसे करे. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का जीएसटी इतना जटिल है कि छोटे कारोबारी तो हर महीने जीएसटी फार्म भरते रहते हैं, अपने कारोबार पर ध्यान ही नहीं दे पा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जीएसटी की जटिलता से छोटे उद्योग बंद हो रहे हैं. उद्योग-धंधे बंद होने से बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हो रहे हैं. और हमारे प्रधानमंत्री हैं कि आधुनिक भारत और विकसित भारत की दुहाई देते नहीं थक रहे हैं.
इससे पहले राहुल गांधी बुधवार दोपहर अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे. कांग्रेस जिलाध्यक्ष योगेन्द्र मिश्र ने राहुल के आधिकारिक कार्यक्रम के हवाले से बताया कि पार्टी उपाध्यक्ष बुधवार दोपहर लखनऊ हवाई अड्डे पर उतरने के बाद वहां से अमेठी पहुंचें. उन्होंने बताया कि अगले दिन सुबह वह अतिथि गृह में आम लोगों से मिलेंगे. उसके बाद वह तिलोई के मोहनगंज पाकरगांव स्थित राजीव गांधी कॉलेज में कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम में और फिर सलोन में कार्यकर्ता सम्मेलन में शिरकत करेंगे.
साभार एनडीटीवी