नई दिल्ली. कांग्रेस नेता राहुल गांधी से चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर मंगलवार को उनके आवास पर मिलने पहुंचे. उनकी इस मुलाकात के बाद सत्ता के गलियारों में चर्चाओं का दौर गर्म हो गया है. राहुल गांधी और प्रशांत किशोर ने पिछली बार वर्ष 2017 में यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान साथ काम किया था, हालांकि इन चुनावों में कांग्रेस पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा था.
राहुल के आवास पर प्रियंका गांधी और केसी वेणुगोपाल भी मौजूद हैं. इसके अलावा पंजाब के प्रभारी हरीश रावत भी इस बैठक में शामिल हुए. सूत्रों की माने तो पंजाब को लेकर पार्टी में कुछ बड़े फैसले हो सकते हैं. इससे पहले प्रशांत किशोर कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिले थे. अटकलें ये भी हैं कि सिद्धू और अमरिंदर सिंह के बीच जारी कलह के चलते इस बैठक को बुलाया गया है.
पंजाब में जहां अगले साल चुनाव होने हैं, वहीं प्रदेश में कांग्रेस की आपसी कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. सिद्धू ने मंगलवार को पंजाब का सियासी पारा यह कहते हुए बढ़ा दिया कि उनके विजन और काम को हमेशा आप ने पहचाना है. माना जा रहा है कि, इसी कलह से संदर्भ में ये मीटिंग हो सकती हैं. हालांकि अभी मीटिंग के कारणों का सही से पता नहीं चल सका है. उधर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के लखनऊ जाने के कार्यक्रम का टलना भी पीके की राहुल की मुलाकात के साथ जोड़कर देखा जाने लगा है.
बता दें कि पंजाब कांग्रेस की चुनावी रणनीति तैयार करने की जिम्मेदारी प्रशांत किशोर के पास है. ऐसे में प्रशांत किशोर की मुलाकात को अब उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के अगले साल होने वाले चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है. हालांकि इस मुलाकात को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है.