वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा करने जा रहे हैं. इससे पहले बुधवार शाम को वाराणसी को रेलवे से भी बड़ी सौगात मिली है. यहां मंडुवाडीह स्टेशन को बनारस नाम दिया गया है. जिसके बाद स्टेशन पर मंडुवाडीह की जगह अब बनारस नाम के बोर्ड लग गए हैं. नए बोर्ड पर हिंदी, संस्कृत, अंग्रेजी और उर्दू में बनारस लिखा गया है.
दरअसल पिछले साल 2020 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश के मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर बनारस करने की मंजूरी दे दी थी. जिसके बाद इस संबंध में सरकार के कई स्तरों पर जरूरी कार्रवाई पूरी की जा रही थी. मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर बनारस करने की मांग लंबे समय से की जा रही थी. रेलवे बोर्ड से स्वीकृति मिलते ही मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर बनारस करने की कवायद तेज कर दी गई थी. इस स्टेशन का कोड BSBS मिला है. अब टिकटों पर भी बनारस नाम ही लिखा मिलेगा.
बनारस नाम से नहीं था कोई स्टेशन
यहां पहले से वाराणसी, काशी और वाराणसी सिटी के नाम से तीन स्टेशन हैं. अबतक बनारस के नाम से कोई स्टेशन नहीं था. जिसके बाद अब बनारस नाम के स्टेशन की मांग पूरी हो गई. इससे पहले भी उत्तर प्रदेश के मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन किया गया था. इसके बाद अब वाराणसी स्थित मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर वाराणसी रेलवे स्टेशन करने का फैसला किया गया था.