नई दिल्ली. पंजाब कांग्रेस में कलह के बीच नवजोत सिंह सिद्धू आज एक बार फिर दिल्ली पहुंचे हैं. दिल्ली पहुंचते ही सिद्धू पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने 10 जनपथ पहुंचे. यहां सोनिया गांधी के साथ उनकी मुलाकात चल रही है. पंजाब प्रभारी हरीश रावत भी यहां मौजूद हैं. सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि सिद्धू को पंजाब कांग्रेस चीफ बनाने की चिट्ठी इस मुलाकात के बाद कभी भी जारी हो सकती है.
पंजाब कांग्रेस को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नवजोत सिंह सिद्धू के रूप में नया प्रदेश अध्यक्ष मिलने की संभावना है. सिद्धू के साथ ही प्रदेश में दो अन्य कार्यकारी अध्यक्ष होने की भी उम्मीद है. कांग्रेस एक दलित और एक उच्च वर्ग से संबंध रखने वाले हिंदू को कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त करने के विचार पर काम कर रही है. कार्यकारी अध्यक्ष के लिए राज कुमार वेरका और संतोख चौधरी के नामों पर विचार किया जा रहा है, क्योंकि दोनों दलित हैं और अकाली दल-बसपा गठबंधन के प्रभाव का मुकाबला कर सकते हैं.
हिंदू समुदाय से एक कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का उद्देश्य समीकरण को अच्छे से संतुलित करना हो सकता है और इस दिशा में काम करते हुए पार्टी विजय इंदर सिंगला को एक और कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त कर सकती है. इतना ही नहीं, पार्टी चुनाव से पहले राज्य में मंत्रिमंडल में फेरबदल करने और राज्य में दलित समुदाय को अधिक प्रतिनिधित्व देने पर विचार कर रही है.
सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से मुलाकात के बाद फॉमूर्ला तैयार किया गया है. पंजाब कांग्रेस में मुद्दों को सुलझाने के लिए गठित पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी. अमरिंदर सिंह और सिद्धू सहित राज्य के अन्य नेताओं ने भी अपने विचार रखने के लिए समिति के सदस्यों से मुलाकात की थी.