वॉशिंगटन. दुनिया की टॉप ई-कॉमर्स कंपनियों में शामिल अमेजन के फाउंडर जेफ बेजोस अंतरिक्ष की 10 मिनट की यात्रा करके धरती पर लौट आए. वे भारतीय समय के मुताबिक, मंगलवार शाम करीब 6.42 बजे रवाना हुए थे. उनके साथ 3 और यात्री थे. इनमें एक उनके भाई मार्क, 82 साल की वैली फंक और 18 साल के ओलिवर डेमेन शामिल हैं. ओलिवर ने हाल ही में हाई स्कूल पास किया है. बेजोस के साथ स्पेस में जाने के लिए किसी अनजान शख्स ने 28 मिलियन डॉलर की बोली लगाई थी. वह इस ट्रिप में नहीं जा सका. उसी की जगह ओलिवर गए थे.
बेजोस और उनकी टीम जिस रॉकेट शिप से गए थे, वह ऑटोनॉमस है यानी उसे पायलट की जरूरत नहीं पड़ती. इसके कैप्सूल में 6 सीटें हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ 4 भरी गईं. न्यू शेफर्ड नाम के इस रॉकेट की अब तक 15 फ्लाइट्स कामयाब रही हैं. हालांकि इसमें अब तक यात्री नहीं गए हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, बेजोस ने अंतरिक्ष में जाने के लिए यह दिन इसलिए चुना है, क्योंकि अपोलो 11 स्पेसशिप के जरिए एस्ट्रोनॉट्स नील आर्मस्ट्रॉन्ग और बज एल्ड्रिन आज से ठीक 52 साल पहले 1969 में चंद्रमा पर पहुंचे थे. अमेजन के फाउंडर जेफ बेजोस की स्पेसफ्लाइट कंपनी ब्लू ओरिजिन ने रविवार को कहा था कि वह अपनी पहली ह्यूमन स्पेसफ्लाइट के लिए पूरी तरह तैयार है.
हफ्तेभर पहले ब्रैन्सन स्पेस में गए थे
इससे एक हफ्ते पहले 11 जुलाई को ब्रिटिश अरबपति रिचर्ड ब्रैन्सन के वर्जिन स्पेस शिप (ङ्कस्स्) यूनिटी स्पेसप्लेन की फ्लाइट सफल रही थी. वे 85 किमी तक गए थे. खास बात यह है कि ब्रैन्सन के साथ भारतीय मूल की सिरिशा बांदला गई थीं, वहीं बेजोस का न्यू शेपर्ड रॉकेट बनाने वाली इंजीनियरों की टीम में महाराष्ट्र के कल्याण की 30 साल की संजल गवांडे भी शामिल थीं.