लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के ऐशबाग इलाके में एलडीए ने अवैध कब्जेदारों से 12 बीघे नजूल की जमीन शनिवार को मुक्त करवा ली. जिसकी कीमत 100 करोड़ से अधिक आंकी जा रही है. जमीन पर कबाड़ कारोबारियों को बसाकर अवैध वसूली करने वाले के खिलाफ बाजार खाला कोतवाली में एलडीए मुकदमा दर्ज करवाने की तैयारी कर रहा है. LDA के सचिव पवन कुमार गंगवार ने बताया कि ऐशबाग के भदेवां में स्थित खसरा संख्या 209, 210, 211, 212, 213, 214, 218 व 219 के 3.050 हेक्टेयर क्षेत्रफल पर कई वर्षों से कुछ लोग अवैध रूप से काबिज थे.
नजूल अधिकारी आनंद कुमार सिंह ने जमीन का स्थलीय निरीक्षण किया तो सामने आया कि 15-20 लोग नजूल की जमीन पर अवैध रूप से झुग्गी-झोपड़ी डालकर कबाड़ का काम कर रहे हैं. जांच में सामने आया कि वहीं का रहने वाले रईस अहमद ने इन कबाड़ व्यापारियों को वहां अवैध रूप से बसाया है. वह कबाड़ कारोबारियां से हर माह किराया भी वसूलता है. एलडीए ने अवैध कब्जेदारों को हटने के लिए कई बार नोटिस जारी की थी, लेकिन वे नहीं हटे.
एलडीए और खाला बाजार पुलिस की संयुक्त टीम ने जमीन से अवैध कब्जा हटवा दिया. एलडीए अवैध कब्जेदार रईस अहमद समेत अन्य कब्जेदारों के खिलाफ बाजारखाला थाने में मुकदमा दर्ज करवाएगी. बिजली से लेकर पानी तक सब अवैध कब्जा करवाने वाले रईस अहमद ने लोगों को एलडीए की जमीन किराए पर देने के साथ ही उनके लिए अवैध रूप से बिजली व पानी की भी व्यवस्था की थी. वह उन लोगों से जगह का किराया वसूलने के साथ ही बिजली व पानी के बिल के नाम पर भी अवैध वसूली करता था. इससे पहले भी इस जमीन को कई बार खाली करवाने का प्रयास किया गया था, लेकिन हंगामा होने के बाद एलडीए व पुलिस की टीमें वापस लौट गई थीं.