चीनी का अत्यधिक इस्तेमाल सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है. वहीं मिठास के बिना चाय या कॉफी का स्वाद अच्छा नहीं लगता. ऐसे में देसी खांड का इस्तेमाल किया जा सकता है. आज भले ही ज्यादातर घरों में चीनी का इस्तेमाल होने लगा है, मगर पुराने समय में घरों में लोग खांड का ही उपयोग अपने पकवानों में मिठास के लिए करते थे. इससे जहां पकवानों में मिठास आती है, वहीं सेहत के लिए भी यह बेहद फायदेमंद होती है.
देसी खांड है पोषक तत्वों से भरपूर
देसी खांड को अपने आहार में शामिल करके आप अपनी सेहत को बेहतर बनाए रखने की दिशा में एक कदम बढ़ा सकते हैं. देसी खांड गन्ने के रस से बनाई जाती है. वैसे तो शक्कर भी इसी से बनती है, मगर इसे अत्यधिक रिफाइन किया जाता है. ऐसे में इसके पोषक तत्व समाप्त हो जाते हैं. वहीं खांड में पोषक तत्व बने रहते हैं. वहीं इसमें किसी तरह के केमिकल भी इस्तेमाल नहीं होते. इस तरह देसी खांड सेहत के लिए फायदेमंद होती है और मिठास बनाए रखने का अहम जरिया भी है. हालांकि खांड में चीनी के मुकाबले मिठास कम होती है, मगर खांड मिनरल्स कैल्शियम, आयरन, फाइबर, मैग्नीशियम और विटामिंस आदि पोषक तत्वों से भरपूर होती है. ऐसे में इससे सेहत को कई फायदे होते हैं-
-हड्डियों और दांतों की मजबूती के लिए कैल्शियम बेहद जरूरी है. वहीं देसी खांड में भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है. इसलिए इसके सेवन से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है और हड्डियों, दांत मजबूत बनते हैं.
-बेहतर पाचन के लिए भी खांड बेहद फायदेमंद होती है. इसकी वजह यह है कि इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है. इसलिए अगर आप भी पेट संबंधी समस्याओं से दो चार हैं तो खांड बेहतर पाचन में मददगार हो सकती है.
-खांड आयरन से भरपूर होती है. ऐसे में इसके सेवन से एनीमिया की कमी की समस्या दूर होती है. खांड शरीर में खून की कमी को पूरा करने में मददगार होती है. ऐसे में इसका इस्तेमाल फायदेमंद होता है.