नई दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने नीतिगत दर रेपो में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है. भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट, रिवर्स रेपो रेट, एमएसएफ रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. रेपो रेट बिना किसी बदलाव के साथ 4 फीसदी रहेगा. एमएसएफ रेट और बैंक रेट बिना किसी बदलाव के साथ 4.25 फीसदी रहेगा. वहीं रिवर्स रेपो रेट भी बिना किसी बदलाव के साथ 3.35 फीसदी पर रहेगा. इस वजह से ईएमआई में भी कोई बदलाव नहीं होगा.
आरबीआई के गवर्नर शशिकांत दास ने कहा, मौद्रिक नीति समिति ने मौद्रिक नीति के मामले में उदार रुख बनाये रखने का निर्णय किया है. हमारे कदम का मकसद वृद्धि को गति देना और अर्थव्यवस्था में संकट को दूर करना है. आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान 9.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है.
उन्होंने कहा, अर्थव्यवस्था कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर से लगे झटके से बाहर आ रही है, टीकाकरण में गति के साथ आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी. अर्थव्यवस्था में आपूर्ति-मांग में सुतंलन बहाल करने के लिये काफी कुछ किये जाने की जरूरत है.
रेपो रेट वह दर है जिस पर RBI जरूरत पड़ने पर वाणिज्यिक बैंकों को धन उधार देता है और RBI इसे मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए एक उपकरण के रूप में उपयोग करता है. वहीं रिवर्स रेपो रेट वह दर है जिस पर RBI बैंकों से उधार लेता है. वहीं आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण बिगड़ी हुई अर्थव्यवस्था में उम्मीद से बढ़िया तेजी देखने को मिल रही है.