लखनऊ- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच शुक्रवार को जमकर शब्दबाण चले। अखिलेश यादव ने खुद को बीजेपी के नेताओं से बड़ा हिंदू बताया तो सीएम योगी ने राममंदिर के बहाने उनपर निशाना साधा। सीएम योगी ने तंज कसते हुए कहा कि उनके अब्बाजान (मुलायम सिंह यादव) कहते थे कि वहां (अयोध्या में) परिंदे को भी पर नहीं मारने देंगे, लेकिन अब वहां राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है। अगले तीन साल में वहां एक बड़ा भव्य मंदिर होगा।
योगी बोले, हमने कहा था कि मंदिर वहीं बनाएंगे। हमने 1990 में भी कहा था कि जहां राम लला विराजमान हैं, वहीं मंदिर बनेगा। तब इन लोगों ने गोली चलवा दी थी, लेकिन अब आप देख लीजिए, मंदिर का काम शुरू हो चुका है और जल्द इसे पूरा किया जाएगा। अखिलेश के 400 सीटें जीतने के दावे पर योगी ने चुटकी लेते हए कहा कि मैं तो हैरान हूं। उन्होंने 500 सीट क्यों नहीं बोला। अब जब बोलना ही है तो कुछ भी बोल दो। सपना देखने का हक सबको है।
क्या कहा था अखिलेश ने?
अखिलेश यादव ने कहा, ”पहले तो मैं जवाब दे दूं, बीजेपी वालों से बड़े हिंदू हम हैं। उनकी जो परिभाषा है हिंदू वाली वह हमें नहीं चाहिए, जो नफरत फैलाती हो, लड़ाती हो समाज को बांटती हो़, हम उनसे बड़े हिंदू हैं। जहां तक भगवान की पूजा की बात है, आप सैफई का दिखाइए, हमारा जन्म तो अभी हुआ, हमारे यहां मंदिर तो हमारे जन्म से पहले के हैं। नेताजी हनुमान जी की पूजा ना जाने कब से करते आए हैं, तो हम हैं ही नहीं हिंदू, केवल भारतीय जनता पार्टी हिंदू है? जो पाप करे वह हिंदू है?”
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने दावा किया कि बीजेपी सरकार ने यूपी को पीछे कर दिया है। दोनों सरकारों (केंद्र और यूपी) ने उत्तर प्रदेश को आखिरकार क्या दिया? यह मेनिफेस्टो नहीं बनाते हैं, मनीफेस्टो बनाते हैं। एक्सप्रेस-वे इनके नहीं हैं। इससे बड़ा झूठ और क्या हो सकता है? समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे में से समाजवादी नाम हटा दिया और एक्सप्रेस-वे अपना कर लिया।
अखिलेश के दावों का जवाब देते हुए सीएम योगी ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे सपा के भ्रष्टाचार का गढ़ बन गया था। जब हम सरकार में आए तो पता चला कि जमीन अधिग्रहण भी नहीं हुआ। हमने इसके लिए जमीन अधिग्रहण की और अब बहुत जल्द इस पर काम पूरा होने वाला है।
अखिलेश पर हमला जारी रखते हुए सीएम योगी ने कहा कि पहले यूपी में भूख से मौत की खबर आती थी। कई ऐसे जिले थे जहां पर ऐसे मामले लगातार बढ़ते रहते थे। कई जातियां इसका शिकार थीं। लेकिन मार्च 2017 के बाद कोई भी भूख से नहीं मरा है। पहले यूपी में औसतन हर चार दिन पर दंगे होते थे, इसमें दोनों ही तरफ के लोगों का नुकसान होता था। तब सत्ता में बैठे लोगों का उन्हें समर्थन मिलता था, लेकिन हमारे कार्यकाल में एक भी दंगा नहीं हुआ है। हमने पूरा स्वरूप बदलकर रख दिया है।
केंद्र की योजनाएं लागू नहीं होने दी
सीएम योगी ने कहा कि 2017 से पहले केंद्र ने कई ऐसी योजनाएं घोषित की थीं, जिनका यूपी को फायदा मिल सकता था। स्वस्थ भारत मिशन इसका बड़ा उदाहरण है। अगर यूपी में ये सफल हो जाता तो पूरे देश में इसका असर दिखता। सपा के कार्यकाल में 45 लाख शौचालय भी नहीं बन पाए। हमारी सरकार को दो करोड़ से ज्यादा शौचायल बनाने थे, हमने जन आंदोलन बनाया और एक बड़े टारगेट को पूरा किया। सीएम ने कहा कि ये वही प्रदेश है जहां पहले सभी के पास आवास नहीं होता था। लेकिन अब स्थिति बदली है। बिजली की बात कर लीजिए, एक करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त बिजली कनेक्शन देने का काम किया है।