बाराबंकी. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष व सांसद असदुद्दीन ओवैसी मुश्किल में पड़ते दिखाई दे रहे हैं. दरअसल, बाराबंकी में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में ओवैसी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इसके अलावा ओवैसी पर कोरोना नियमों के उल्लंघन को लेकर भी केस दर्ज किया गया है. गौरतलब है कि यूपी के दौरे पर आए ओवैसी गुरुवार को बाराबंकी के कटरा मोहल्ले में जनसभा को संबोधित कर रहे थे.
लोगों को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, बाराबंकी में रामसनेहीघाट में बनी 100 साल पुरानी मस्जिद को शहीद कर दिया गया. एक एसडीएम द्वारा यह गुस्ताखी इसलिए की गई कि उसे अजान अच्छी नहीं लगती थी. यह खेल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करवाया. बीच में बीजेपी में बदलाव होना था, योगी को मुख्यमंत्री पद से हटाना था, तो उस बाबा ने एसडीएम को आगे कर मस्जिद को शहीद करवाकर सरगर्मी तेज कर दी. एसडीएम पर कार्रवाई करने के बजाए सीडीओ बना दिया गया.
ओवैसी ने आगे कहा कि बीजेपी की योगी और मोदी सरकार सेक्युलरिज्म को कमजोर करने का कार्य कर रही है. पीएम मोदी धीरे-धीरे देश को हिन्दू राष्ट्र में तब्दील करने की तैयारी कर रहे हैं. देश में मुसलमानों की मौतों का वीडियो बनाकर वायरल कर हमारी हिम्मत को कमजोर किया जा रहा है.
ओवैसी ने इस दौरान सपा और बसपा को भी आड़े हाथ लिया. ओवैसी ने कहा कि इन पार्टियों ने कभी भी मुसलमानों के हक के लिए आवाज नहीं उठाई. इन लोगों ने मुसलमानों का वोट ले लिया है पर उनकी कभी परवाह नहीं की. इन पार्टियों ने नागरिकता संशोधन कानून और तीन तलाक का भी विरोध नहीं किया.