भोपाल. एमपी में बीजेपी ने संगठन के अंदर बड़ा बदलाव किया है. बीजेपी ने प्रदेश में अपने छह संभागीय संगठन मंत्रियों को हटा दिया है. उन सभी को प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य बना दिया है. यानी अब ये संघ से बीजेपी में आ गए हैं. इस फैसले के साथ ही प्रदेश में संगठन मंत्री के पद रिक्त हो गए हैं.
पार्टी सूत्रों ने बताया कि अब बीजेपी में संभागीय संगठन मंत्री की व्यवस्था को ही खत्म कर दी है. बदली व्यवस्था के तहत राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पैटर्न पर प्रदेश को तीन भागों बांटने की तैयारी है. जिसके तहत मालवा, मध्य और महाकौशल प्रांत के स्तर पर नई नियुक्ति की जाएंगी. जिसमें संघ के प्रचारकों को बड़ी भूमिका दी जा सकती है.
बताया जा रहा है कि प्रदेश में 3 सह संगठन मंत्री होंगे. नई व्यवस्था को लागू करने के लिए 2 और सह संगठन मंत्रियों को संघ भेजेगा. फिलहाल 1 सह संगठन मंत्री हितानंद शर्मा नियुक्त हैं, जो प्रदेश संगठन मंत्री सुहास भगत के बतौर सहयोगी काम कर रहे हैं, लेकिन जल्दी ही 3 सह संगठन मंत्रियों को एक-एक प्रांत की जिम्मेदारी दिए जाने की उम्मीद है. संभागों से संगठन मंत्रियों को हटाए जाने के बाद से प्रदेश में संगठन महामंत्री सुहास भगत और सह संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा पूरी व्यवस्था देखेंगे.
ऐसा पहली बार हुआ है, जब बीजेपी के संभागों में तैनात संगठन मंत्रियों को भी हटाया गया है. शैलेंद्र बरुआ के पास जबलपुर और नर्मदापुरम की जिम्मेदारी थी. इसके अलावा जयपाल सिंह चावड़ा इंदौर और जितेंद्र लिटोरिया उज्जैन संभाग की कमान संभाल रहे थे. इसी तरह आशुतोष तिवारी के पास ग्वालियर और भोपाल संभाग, श्याम महाजन के पास रीवा-शहडोल और केशव सिंह भदौरिया के पास सागर और चंबल की जिम्मेदारी थी. ये सभी लोग अब प्रदेश कार्यसमिति में शामिल हो गए हैं.