नई दिल्ली. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की. दोनों नेताओं की ऐसे समय में मुलाकात हुई है जब हरियाणा में करीब 10 महीने से कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है.
मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने कहा, मैंने राज्य में शुरू की गई नई पहलों और योजनाओं के बारे में प्रधानमंत्री को जानकारी दी. मैंने उन्हें किसानों के विरोध प्रदर्शन और करनाल में हुई घटना के बारे में भी बताया. मैंने उन्हें हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर की आधारशिला रखने के लिए राज्य में आमंत्रित किया है.
बुधवार को ही किसान आंदोलनों को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई. इस बैठक की जानकारी देते हुए राज्य के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा सरकार ने कुंडली-सिंघु बॉर्डर पर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या- 44 से नाकाबंदी हटाने के लिए किसानों से वार्ता की खातिर एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है.
किसान यहां केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में धरना दे रहे हैं. विज ने कहा, ‘‘सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का अनुपालन करने के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) राजीव अरोड़ा की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है.’’
हाल ही में करनाल में किसान संगठनों और प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति बन गई थी. किसान संगठन आंदोलन के दौरान हुए लाठीचार्ज का आदेश देने वाले अधिकारी आयुष सिन्हा के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे. वहीं सरकार इसके पक्ष में नहीं थी. लेकिन किसानों के मिनी सचिवालय के बाहर धरने के बाद सरकार ने सिन्हा ने जांच कमेटी गठित की और सिन्हा को जांच रिपोर्ट आने तक के लिए छुट्टी पर भेज दिया.