हरदोई. उत्तर प्रदेश के हरदोई के कछौना कोतवाली इलाके के पतसेनी देहात के मजरा तेरवा में अव्यवस्थाओं के बीच गौशाला में हुए जलभराव और बीमारी के चलते 8 गौवंश की मौत हो गई. वहीं 6 गौवंश गंभीर रूप से बीमार हो गए. सूचना पाकर प्रशासन में हड़कंप मच गया. एडीएम, एसडीएम, सीओ, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी समेत पुलिस भी मौके पर पहुंची.
इस पूरे मामले में ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है, वहीं बीडीओ को शो कॉज नोटिस जारी किया गया है और पशु चिकित्सा अधिकारी के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही व ग्राम प्रधान के दायित्वों का निर्वहन न करने की कार्यवाही तय की गई है. एडीएम ने बताया बीमार पशुओं को इलाज के लिए भेजा जा रहा है. समुचित व्यवस्था गौशाला की कराई जा रही है. यहां पर तैनात तीन केयर टेकरों को भी हटाया जाएगा.
पतसेनी देहात के मजरा तेरवा में लगभग 111 गौवंश हैं. जहां पर न तो चारे की समुचित व्यवस्था हो पा रही है, न ही वहां पर गौवंशों की देखभाल की जा रही है. बरसात की वजह से अव्यवस्थाएं और फैल गईं. इन्हीं अव्यवस्थाओं के वजह से पूरी गौशाला में जलभराव हो गया और इस जलभराव में फंसकर आठ गौवंशों की मौत हो गई जबकि 6 गंभीर रूप से बीमार हो गए. किसी ने 40 गौवंशों के मौत की खबर सोशल मीडिया पर चला दी, जिसके बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया. पूरे मामले की सूचना पाकर अपर जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह, एसडीएम संडीला मनोज श्रीवास्तव, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर जेएन पांडेय, सीओ बघौली हेमंत उपाध्याय समेत पुलिस बल मौके पर पहुंच गया.
गौवंश की मौत के बाद प्रशासन में मचा हड़कंप
यहां पर गौशाला में मृत गौवंश को एकत्र कराया गया, वहां पर उनकी संख्या आठ पाई गई. इसके साथ ही जो बीमार गोवंश हैं, उन्हें इलाज के लिए भेजा गया. अपर जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए लगातार जिला अधिकारी अविनाश कुमार बैठक करके संबंधित को निर्देशित किया करते हैं. बावजूद इसके कुछ लापरवाही बरती गई, जिसके चलते ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित करने की संस्तुति की गई है. यहां के खंड विकास अधिकारी को आज नोटिस जारी किया गया है. पशु चिकित्सा अधिकारी पर विभागीय कार्यवाही के लिए संस्तुति की गई है. इसी के साथ ही प्रधान प्रवीण दायित्वों का निर्वहन करने को लेकर जिम्मेदारी तय की गई है.