लखनऊ. योगी सरकार का साढ़े चार साल का कार्यकाल पूरे होने पर स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को आंकड़े जारी किए है. इसमें सरकार ने स्वास्थ्य, शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर किए गए अपने कार्यों का ब्यौरा रखा है. कई जगह पूर्व की सरकारों के साथ तुलना भी पेश की है. जारी आंकड़ों के मुताबिक, 59 जनपदों में न्यूनतम एक मेडिकल कॉलेज क्रियाशील. 16 जनपदों में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज के स्थापना की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. उधर गोरखपुर और रायबरेली एम्स का सफल संचालन किया जा रहा है.
इसी कड़ी में महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय गोरखपुर का निर्माण शुरू हो चुका है. सरकार ने पीएम जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) में 6 करोड़ 47 लाख लोगों को बीमा कवर प्रदान किया है. जबकि 42.19 लाख लोगों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में बीमा कवर दिया गया है.
लखनऊ में अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय का निर्माण शुरू हो चुका है. जहां 6 नए सुपर स्पेशियलिटी मेडिकल ब्लॉक की स्थापना की जाएगी. गोरखपुर, भदोही में वेटरनरी चिकित्सा विश्वविद्यालय का निर्माण. आम जनमानस की लाइफ लाइन यानी प्रदेश भर में 4470 एम्बुलेंस संचालित किया गया. वहीं नियमित/संविदा पर 9512 चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल स्टाफ की भर्ती की गई है.
योगी सरकार डॉक्टरों की रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने जा रही है. दरअसल योगी सरकार ने कोरोना और अन्य बीमारियों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग में एक बड़ा फैसला करने की तैयारी की है. जिसके तहत डॉक्टरों की रिटायरमेंट उम्र 65 से बढ़ाकर 70 वर्ष की जाएगी. वहीं NIRF की इंडिया रैंकिंग में SGPGI 5वें, बीएचयू 7वें, केजीएमयू 9वें, AMU 15वें स्थान पर है.