नई दिल्ली. बीजेपी नेता और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती नौकरशाही पर दिए अपने बयान को लेकर विवाद में घिर गई हैं. उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह कहती दिख रही हैं, आपको गलतफहमी है, ब्यूरोक्रेसी कुछ नहीं होती है, चप्पल उठाने वाली होती है. चप्पल उठाती है हमारी… हम लोग ही राजी हो जाते हैं, उसके लिए क्योंकि हमें समझाया जाता है कि आपका बहुत बड़ा चक्कर पड़ जाएगा.
पूर्व केंद्रीय मंत्री आगे कहती हैं कि आपको क्या लगता है ब्यूरोक्रेसी नेता को घुमाती है… नहीं-नहीं, अकेले में बात हो जाती है पहले और फिर ब्यूरोक्रेसी फाइल बनाकर लाती है. फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सका है कि यह वीडियो कब का है. उनका वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस पार्टी ने आलोचना करते हुए कहा है कि ब्यूरोक्रेट्स के लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. उमा भारती को अपने शब्द वापस लेने चाहिए.
जातिगत जनगणना पर भी बोलीं उमा
उमा इसी वीडियो में आगे कहती हैं, कर्नाटक में जो प्रयोग हुआ लिंगायत समाज का… शरद यादव मेरी बात का समर्थन करते हैं. जिसमें सब लोग शिवलिंग की उपासना करने लगे, रोटी-बेटी करने लगे. उसका परिणाम यह निकला कि सब ओबीसी कहलाए और कुछ नहीं…अब उनके बिना कोई मुख्यमंत्री नहीं बन पाता. उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना हो जानी है, दबाव बन जाएगा तो हो जाएगी. आप लोग एक देवता, एक पूजा विधि और आपस में रोटी और बेटी करिए- आपकी ताकत बढ़ जाएगी, नहीं तो ऐसे ही ज्ञापन देते रहोगे.