नई दिल्ली। कांग्रेस के लिए हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं क्योंकि त्रिपुरा और नागालैंड के बाद अब भाजपा मेघालय में भी सरकार बनाने को तैयार है। कांग्रेस मुक्त भारत के अपने दावे के तहत अब भाजपा एनपीपी को सहयोग कर गठबंधन की सरकार बनाने की कवायद में लग गई है जिसके तहत कॉनराड संगमा राज्य के नए मुख्यमंत्री हो सकते हैं। कांग्रेस के सरकार बनाने के दावे के बाद नेशनल पीपुल्स पार्टी और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता ने रविवार शाम को गवर्नर गंगा प्रसाद से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा किया। उन्होंने गवर्नर को 34 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी सौंपी। शपथ ग्रहण समारोह 6 मार्च को सुबह 10:30 बजे होगा।
कोनराड संगमा ने राज्यपाल से मिलने के बाद पत्रकारों से कहा कि आने वाले 2-3 दिन काफी अहम रहने वाले हैं। उन्होंने कहा कि सात मार्च को विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो रहा है और इससे पहले काफी अहम चीजों पर फैसला होना है, सोमवार तक सभी चीजें साफ हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि गठबंधन की सरकार चलाना कभी भी आसान नहीं होता लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि मेरे साथ आने वाले विधायक राज्य के विकास और लोगों के प्रति समर्पित रहेंगे तथा उनके लिए कार्य करेंगे।
गौरतलब है कि राज्य में 21 सीटों के साथ कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी पर पार्टी मुखिया के ढीला रवैया यहां भी उसके लिए नुक्सानदायक ही साबित हुआ है। वहीं भाजपा 2 सीटों के साथ गठबंधन सरकार की कवायद में लग गई। कांग्रेस ने चुनाव परिणामों के बाद सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते गवर्नर को सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया था लेकिन वह बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाई। असम के मंत्री और भाजपा नेता हेमंत बिस्वा सरमा ने अन्य दलों और निर्दलीय विधायकों के साथ मुलाकात के बाद बताया था कि हम समर्थन वाले 29 विधायकों की सूची लेकर गवर्नर से मुलाकात करेंगे। हमें उम्मीद है कि यह नंबर और बढ़ेगा। बता दें कि 60 सीटों की विधानसभा में 59 पर चुनाव हुए थे जिसमें से कांग्रेस को 21, भाजपा को 2 और एनपीपी को 19 और यूडीपी को 6 सीटें मिली हैं।