मुंबई. महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में दुर्गा पूजा से पहले मंदिरों को आम दर्शनार्थियों और भक्तों के लिए खोल दिया जायेगा. हालांकि, सिनेमा और थियेटर के खुलने के लिए उन्हें 22 अक्टूबर तक इंतजार करना होगा. वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से डेढ़ साल से लॉकडाउन की वजह से सिनेमा हॉल और थियेटर बंद हैं. मंदिरों में भी पूजा-अर्चना करने की इजाजत नहीं दी गयी है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सचिवालय की ओर से शनिवार को मीडिया को यह जानकारी दी गयी कि 22 अक्टूबर से सिनेमा हॉल और थियेटर फिर से खोल दिये जायेंगे. हालांकि, हॉल में जाने वाले लोगों को कोरोना और स्वास्थ्य से जुड़े तमाम नियमों का पालन करना होगा. कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए ही सिनेमा हॉल और थियेटर को खोला जायेगा.
इससे पहले, मुंबई की मेयर किशोर पेडनेकर ने कहा था कि कोरोना वायरस अब नियंत्रण में दिख रहा है. इसलिए मुंबई के मंदिरों को खोलने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा है कि 7 अक्टूबर से कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए भक्तों और दर्शनार्थियों को मंदिरों में जाने की इजाजत दी जायेगी.
किशोरी पेडनेकर ने कहा कि मुंबई में कोरोना संक्रमण की दर अब एक फीसदी से कम (0.06 फीसदी) रह गयी है. इसलिए अब धार्मिक गतिविधियों को शुरू करने की अनुमति दी जा रही है.
मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने हालांकि सावधान करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण की दर कम हुई है, कोरोना खत्म नहीं हुआ है. इसलिए तमाम सावधानी बरतने की अब भी जरूरत है.
उन्होंने मुंबईकरों से अपील की कि मंदिरों में जाने की छूट देने का मतलब यह नहीं है कि कोरोना खत्म हो गया है. इसका खतरा अभी भी बना हुआ है. इसलिए लोग मास्क का नियमित इस्तेमाल बंद न करें. साथ ही दो गज की दूरी के जिस नियम का हम इतने दिनों से पालन कर रहे हैं, उसको जारी रखने की जरूरत है, क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही कोरोना की तीसरी लहर को दावत होगी.