नई दिल्ली। बेरोजगार युवाओं को रेलवे ने एक और खुशखबरी दी है। भारतीय रेलवे ने 90 हजार पदों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को एक और राहत देते हुए आवेदन करने की अंतिम तारीख को 12 मार्च से बढ़ाकर 31 मार्च कर दिया है। रेलवे भर्ती बोर्ड ने ग्रुप डी के 62000 पद और असिस्टेंट लोको पायलट व टेक्नीशियन के 26000 पदों के लिए आवेदन करने वाले आवेदकों को यह राहत दी है।
पहले ग्रुप डी के पदों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 12 मार्च और असिस्टेंट लोको पायलट व टेक्नीशियन के पदों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 5 मार्च थी। आवेदन तिथि बढ़ाए जाने की सूचना मिलने के बाद से युवाओं में खुशी की लहर दौड़ गई। बता दें कि यह अबतक की सबसे बड़ी वैकेंसी है।
बता दें कि इन पदों के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता और आयुसीमा को लेकर बिहार के छात्रों ने जमकर बवाल मचाया था, जिसके बाद इसमें आवेदन करने के लिए आवश्यक योग्यता और आयु सीमा में बदलाव किया गया है। अब इन पदों के लिए आवश्यक योग्यता 10वीं पास या आईटीआई का प्रमाणपत्र है।
इससे पहले ये बदलाव किए गए हैं – रेल मंत्रालय ने दिल्ली हाईकोर्ट में कहा है कि वह दृष्टिबाधित युवाओं को भी इन भर्तियों के लिए आवेदन करने की अनुमति देगा। रेलवे ने नेशनल फेडरेशन ऑफ द ब्लाइंड (एनएफबी) द्वारा दायर याचिका के जवाब में कोर्ट में ये बात कही है। एनएफबी ने कोर्ट में इन 90 हजार भर्तियों में दृष्टिबाधित लोगों को आवेदन करने की अनुमति न देने के खिलाफ याचिका दायर की थी।
रेल मंत्रालय ने एक्टिंग चीफ जस्टिस गीता मित्तल और जस्टिस सी हरि शंकर की बेंच से कहा कि वह दृष्टिबाधित उम्मीदवारों को इन पदों के लिए आवेदन करने की अनुमति देगा। जल्द ही इस संबंध में एक नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता है।
जरूरी नहीं आईटीआई – अब भर्ती परीक्षा के लिए सिर्फ 10वीं पास भी आवेदन कर सकते हैं। आईटीआई सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं। नए नियम के अनुसार भर्ती परीक्षा में 10वीं पास छात्र या आईटीआई या नेशनल अप्रेंटिंस सर्टिफिकेट वाले छात्र आवेदन कर सकते हैं। 22 फरवरी को सरकार ने आईटीआई की अनिवार्यता को खत्म कर दिया। यानी अब केवल 10वीं पास भी ग्रुप डी की भर्तियों के लिए आवेदन कर सकता है।
आयु सीमा में राहत – रेलवे ग्रुप डी के अभ्यर्थियों के लिए अधिकतम उम्र सीमा 2 साल बढ़ाकर 28 से 30 वर्ष कर दिया है। लोको पायलट एवं तकनीशियनों के अब अधिकतम आयु सीमा 30 वर्ष है। लेवल 1 पोस्ट के लिए आयु सीमा बढ़ाकर 31 से 33 कर दी गई है। इससे रेलवे भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को बड़ी राहत मिली है। आयु की गणना 1 जुलाई 2018 से होगी।
बढ़ाया गया परीक्षा शुल्क वापस किया जाएगा – रेल मंत्री ने स्पष्ट किया है कि रेलवे भर्ती परीक्षा के लिए एग्जामिनेशन फीस नहीं बढ़ाई गई है। उन्होंने कहा कि अगर उम्मीदवार रेलवे भर्ती परीक्षा देता है तो यह बढ़ी हुई फीस उसे बाद में वापस कर दी जाएगी। दरअसल इस बार जो 90,000 भर्तियां निकाली गई हैं उसमें आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 250 रुपए और अनारक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 500 रुपए एग्जामिनेशन फीस रखी गई है।
जबकि इससे पहले जो भर्तियां निकाली गई थीं, उनमें अनारक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 100 रुपए फीस रखी गई थी जबकि आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को फीस से छूट थी। उन्हें परीक्षा के लिए कोई फीस नहीं देनी होती थी। ऐसे में रेलवे भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं में काफी असंतोष था।
किसी भी भाषा में कर सकते हैं सिग्नेचर – पीयूष गोयल ने यह भी साफ किया है कि उम्मीदवार किसी भी भाषा में सिग्नेचर कर सकते हैं। ऐसी खबरें थीं कि सिर्फ हिन्दी या अंग्रेजी में किया गया सिग्नेचर ही मान्य होगा जिस पर रेल मंत्री ने ये सफाई दी है।
वेतन – कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट अप्रैल-मई 2018 में हो सकता है। चयनित उम्मीदवारों को 18000-56900 रुपए और 19900 रुपए से 63200 रुपए के बीच होगी।