समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव गुरुवार को लखीमपुर खीरी पहुंचकर सत्ताधीशों के नरसंहार तिकोनिया कांड के पीड़ित पत्रकार और किसान परिवारों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की और कुचलकर मारे गए पत्रकार और किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
पलिया में मृतक किसान लवप्रीत, निघासन में पत्रकार रमन कश्यप और धौरहरा के लहबड़ी थाना क्षेत्र में नक्षत सिंह के परिजनों से मिलने के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पीडित परिवार न्याय चाहते है। सरकार के अन्दर अहंकार ज्यादा है। अब तक नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? उन्होंने कहा हमें सुप्रीम कोर्ट से उम्मीद है। सुप्रीम कोर्ट से ही गरीबों की मदद होगी। सच्चाई सामने आएगी। आरोपितों को सजा जरूर मिलेगी। समाजवादी पार्टी पीड़ित परिजनों के साथ है। समाजवादी सरकार बनने पर पीड़ितों की ज्यादा से ज्यादा मदद होगी।
अपने लखनऊ आवास से लखीमपुर खीरी के लिए निकलने से पहले मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा से न्याय की उम्मीद नहीं है। नए वीडियो साक्ष्यों के बाद भी भाजपा सरकार को कुछ नज़र नहीं आ रहा है। भाजपा सरकार की कथनी करनी में बहुत अन्तर है। उसको सत्ता के दंभ का मोतियाबिंद हो गया है। लखीमपुर खीरी में किसानों को बर्बरता से कुचला गया। यह घटना किसानों के प्रति भाजपा सरकार के रवैए को दर्शाती है। श्री अखिलेश यादव ने कहा कि लखीमपुर खीरी घटना की सिटिंग जज से न्यायिक जांच हो तभी पीड़ित किसान परिवारों को न्याय मिलेगा। उन्होंने कहा कि एफआईआर के बाद भी अभी तक गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई।
यादव ने कहा कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अपने पद से इस्तीफा क्यों नहीं देते हैं? घटना का आरोप गृह राज्य मंत्री के बेटे पर है। क्या उनके पद पर रहते हुए पीड़ित किसान परिवारों को न्याय मिलेगा?
अखिलेश यादव ने कहा कि याद कीजिए नोएडा में जिम ट्रेनर के साथ क्या हुआ था। गोरखपुर में व्यापारी के साथ क्या हुआ?
लखनऊ में मल्टीनेशनल कंपनी के अधिकारी के साथ क्या हुआ पुलिस ने झांसी में पुष्पेंद्र को मारा आज तक न्याय नहीं मिला। कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर के होटल में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, अभी तक उस परिवार को न्याय नहीं मिला। कहा जा रहा है कि आरोपी पुलिस वाले फरार हैं। क्या वे बिना पुलिस की मदद के फरार हैं। इसी तरह से एक आईपीएस भी फरार है।
अखिलेश यादव ने कहा कि घटनाओं के बाद पहले दिन से ही भाजपा के लोग मुद्दों में उलझाने में लग जाते हैं । भाजपा सरकार पीड़ितों को न्याय दिलाने के बजाय घटनाओं को उलझाने में लग जाती है। लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किसानों को धमकी देते हैं। किसानों को अपमानित करते हैं। श्री यादव ने कहा कि पुलिस, मंत्री के इशारे पर काम कर रही है। भाजपा लगातार किसानों को अपमानित करने का काम कर रही है। श्री अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। सबसे ज्यादा कस्टोडियल डेथ यूपी में हो रही है। मानवाधिकार की सबसे ज्यादा नोटिस यूपी सरकार को मिली है। यूपी में हत्या और अन्य अपराधिक घटनाओं के बाद पीड़ित परिवारों को न्याय नहीं मिलता है।
स्मरणीय है, विगत 5 अक्टूबर 2021 को ही अखिलेश यादव लखीमपुर जा रहे थे परन्तु पुलिस प्रशासन ने पहले तो घर में ही रोके रखने की कोशिश की, जब घेरा तोड़कर श्री अखिलेश यादव खीरी जाने लगे तो उन्हें पुलिस द्वारा अलोकतांत्रिक तरीके से गिरफ्तार किया गया था।