लखनऊ। राज्यसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग द्वारा अधिसूचना जारी करने के बाद उत्तर प्रदेश में 10 सीटों के लिए नामाकंन प्रक्रिया के दौरान बेहद दिलचस्प और गौर करने की बात है कि समाजवादी पार्टी ने अपने दिग्गज नेताओं नरेश अग्रवाल और किरणमय नंदा को दरकिनार करते हुए जया बच्चन को चौथी बार राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। बताया जाता है कि जया का किसी गुट में ना होना ही उनके लिए वरदान साबित हुआ। जबकि नरेश अग्रवाल पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव के करीबी माने जाते हैं। इसी के चलते उनका पत्ता कटा है।
गौरतलब है कि इस कवायद में सपा और बसपा के गठजोड़ के बाद राज्यसभा चुनाव के लिए दसवीं सीट पर बसपा उम्मीदवार की जीत की संभावना प्रबल हो गई है। वहीं 10 में से 8 सीटों पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवारों के निर्विरोध चुने जाने के आसार हैं जबकि एक पर सपा की जीत पक्की है। इसी कड़ी में बसपा ने राज्यसभा चुनाव के लिए नेता भीमराव आंबेडकर को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।
ज्ञात हो कि समाजवादी पार्टी के 6 राज्य सभा सांसद रिटायर हो रहे हैं। किरणमय नंदा, दर्शन सिंह यादव, नरेश अग्रवाल, जया बच्चन, मुनव्वर सलीम और आलोक तिवारी के नाम इस लिस्ट में हैं। सपा के पास सिर्फ 47 वोट होने के चलते, वह सिर्फ एक नेता को ही संसद भेज सकती है। वहीं इसके अलावा बचे हुए मत वो गठबंधन के चलते बीएसपी उम्मीदवार को देगी।