महाराजगंज. यूपी के महाराजगंज के परसा मलिक थाना क्षेत्र के महदेइया गांव में एक पुजारी और एक साध्वी की कथित तौर पर हत्या कर दी गई. पुलिस ने बताया कि घटना गुरुवार रात की है और ग्रामीणों को शुक्रवार की सुबह मंदिर में दोनों के शव पड़े मिले जहां वे रहते थे. ग्रामीणों ने पुलिस को इस बारे में जानकारी दी जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लिया.
पुलिस ने कहा कि मंदिर में लगी एक मूर्ति का इस्तेमाल कर दोनों के सिर पर हमला किया गया था. उन्होंने कहा कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की जांच जारी है. ग्रामीणों के अनुसार महदेइया गांव निवासी राम रतन मिश्रा (73) ने गांव में ही एक मंदिर बनवाया था. वह वहीं रहते थे और पुजारी की तरह काम करते थे. पिछले ढाई दशक से मंदिर में पूजा करने वाली नेपाल की रहने वाली कलावती (68) भी वहां रह रही थी और लोग उसे साध्वी के नाम से पुकारते थे. इन दोनों की बृहस्पतिवार रात को हत्या कर दी गई.
बताया जा रहा है कि पुजारी के दो अन्य भाई हैं. कुछ दिन पहले रोहिन बैराज में उनकी जमीन निकली थी. मुआवजे के रूप में उन्हें भी 14 लाख रुपए मिले थे. ग्रामीणों ने पैसे के लेनदेन को लेकर हत्या की आशंका जताई है. ग्रामीणों का कहना है कि मंदिर में ही लेनदेन को लेकर झगड़ा हुआ होगा.
बताया जा रहा है कि महदेईया गांव निवासी 73 वर्षीय राम रतन मिश्र ने शादी नहीं की थी. उन्होंने गांव में अपने निजी खर्च से दुर्गा माता मंदिर का निर्माण कराया था. मंदिर पर पिछले ढाई दशक से नेपाल के धकढाई चेनपुरवा की महिला कलावती भी रहती थीं और पूजा-पाठ करती थीं. लोग उन्हें भी साध्वी के नाम से पहचाते और सम्मान देते थे. कुछ दिन पहले पुजारी राम रतन मिश्र वाराणसी से हनुमान जी की मूर्ति लाए थे. मूर्ति को मंदिर में स्थापित कराने के बाद उन्होंने भंडारा कराया था.
शुक्रवार सुबह जब ग्रामीण मंदिर की तरफ गए तो उन्होंने राम रतन मिश्र और कलावती का खून से लथपथ शव देखा. ग्रामीणों ने आनन-फानन में घटना की सूचना पुलिस को दी. ग्रामीणों ने बताया कि दोनों की पीट-पीटकर हत्या की गई है. मंदिर में रखी हाथी की छोटी प्रतिमा से दोनों पर वार किया गया था.