नई दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति का पुनर्गठन किया, लेकिन उन्होंने वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद को पैनल से हटा दिया. गुलाम नबी पार्टी में बागी तेवर दिखाने वाले जी-23 यानी ग्रुप-23 के नेताओं में शामिल हैं. इससे पहले वह बंगाल में विधानसभा चुनाव में पार्टी की स्टार प्रचारक की लिस्ट में भी शामिल नहीं किए गए थे.
पूर्व केंद्रीय मंत्री आजाद, कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य हैं और वह उस ग्रुप-23 का हिस्सा भी हैं जिस ग्रुप ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी के ढांचे में व्यापक बदलाव की मांग की थी. सोनिया ने पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुट मीठी को भी इस समिति से बाहर कर दिया है.
पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी की अध्यक्षता वाली नई अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति में कांग्रेस पार्टी के महासचिव तारिक अनवर सदस्य सचिव होंगे, और सीडब्ल्यूसी सदस्य अंबिका सोनी, दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जय प्रकाश अग्रवाल और कर्नाटक नेता जी परमेश्वर सदस्य होंगे. पिछले साल दिसंबर में अपने एक सदस्य मोतीलाल वोरा की मौत के बाद इस समिति की शायद ही कोई बैठक हुई हो.
गुलाब नबी आजाद जी-23 के प्रमुख सदस्यों में से हैं. जी-23 के मुखर सदस्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि हमारी पार्टी में, इस समय कोई अध्यक्ष नहीं है, इसलिए हमें नहीं पता कि ये निर्णय कौन ले रहा है. हम जानते हैं और फिर भी नहीं जानते.