अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने गुरुवार को राजस्थान के झुंझुनूं में राष्ट्रीय पोषाहार मिशन की शुरुआत की। साथ ही पीएम ने यहां ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तीसरे चरण की भी शुरुआत की।
पीएम ने यहां अपने संबोधन में कहा कि बेटी बोझ नहीं, बेटी पूरे परिवार की आन, बान और शान है। उन्होंने कहा कि आप अपने आस-पास देखिए कि कैसे लड़कियां हमारे देश को गौरवान्वित कर रही हैं।
वहीं पीएम ने जोर देते हुए यह भी कहा कि ‘बेटा-बेटी एक भाव’ के लिए हमें एक सामाजिक और जनआंदोलन खड़ा करने की जरूरत है। इसलिए मैं सभी से अपील करूंगा कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान को लेकर जन आंदोलन बनाए और सामाजिक आंदोलन खड़ा करें।
पीएम ने अपने संबोधन में आगे कहा कि अगर एक सास कहे कि घर में एक बेटी चाहिए तो उस बेटी को कोई परेशान नहीं कर सकता।
वहीं पीएम ने यह भी कहा कि मेरे विरोधी जितना भी मुझे भला-बुरा कहें ये उनकी अपनी मर्जी है बस ऐसा करें कि अगर पीएम बोले तो उसका मतलब नरेंद्र मोदी (प्रधानमंत्री) नहीं पोषण मिशन होना चाहिए। इससे पोषण मिशन को बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी। क्योंकि हमें कुपोषण के खिलाफ जंग लड़नी होगी। यहां पीएम मोदी के साथ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व कई अन्य नेता भी मौजूद रहे।
जानकारी के मुताबिक, पीएम की यात्रा को देखते हुए पुलिस के 5,000 जवान व आधा दर्जन IPS अधिकारी, आईबी अधिकारी तैनात किए गए हैं। गौरतलब है कि मंगलवार और बुधवार को सुरक्षा के लिहाज से वायुसेना के हेलिकॉप्टरों ने हवाई पट्टी पर आधा दर्जन बार लैंडिंग की रिहर्सल की। वहीं पीएम की जनसभा में एक लाख लोगों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसके लिए झुंझुनूं, सीकर और चुरूजिलों के सांसदों एवं विधायकों को भीड़ जुटाने का लक्ष्य दिया गया है।