वाराणसी. भगवान राम के वनवास से लौटने के बाद अयोध्या नगरी में जिस तरह दीपोत्सव मनाया गया था, अब उसी तर्ज पर श्री काशी विश्वनाथ धाम परियोजना के उद्घाटन के समय शिव की नगरी काशी में प्रकाश उत्सव मनाने की तैयारी चल रही है. तैयारियों ऐसी है कि काशी का कण कण प्रकाशित होगा. कई लाख झालरों और दीपों की अद्भुत छठा जन जन को धरती पर स्वर्ग सा नजारा दिखाने के लिए पर्याप्त होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने महत्वाकांक्षी योजना श्री काशी विश्वनाथ धाम का उद्घाटन सोमवार को करेंगे.
श्री काशी विश्वनाथ धाम का उद्घाटन दुनिया के लिए मिसाल होगा. धाम के विकास, विस्तार और सौंदर्यीकरण के बाद 50 हजार स्क्वायर मीटर में धाम की आभा निखर के दुनिया के सामने दिखने लगी है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथबाबा धाम के लोकार्पण के मौके को भी बेहद खास बना रहे है. जिससे पूरी दुनिया भारत के आध्यात्मिक दर्शन को आत्मसात कर सके.
देश की धार्मिक राजधानी काशी में धार्मिक आयोजन के समय भी राष्ट्रीयता का बोध कराती रोशनी पूरी दुनिया में उजाला फैलाएगी. पूरी काशी रोशनी में नहा रही है.
चौक -चौराहे, स्ट्रीट लाइट के खंभे, सरकारी भवन,सभी घाट, काशी में स्थित सभी विश्वविद्यालय, कॉलेज स्कूल, बिल्डिंग, होटल रेस्टोरेंट, रेलवे स्टेशन, आरओबी, ऐतिहासिक टाउन हॉल, कुंड तालाब, टीवी टावर जैसे अधिकतर जगहों पर तिरंगे रंग में रोशनी की गई है. अकेले नगर निगम 28 से अधिक स्थानों पर करीब 55 लाख से अधिक झालरों से शहर को रोशन किया है.
नगर निगम के अधिशासी अभियंता अजय कुमार राम ने बताया कि तीन तरह की झालरों से शहर रोशन हो रहा है. नगर निगम अकेले 28 से अधिक स्थानों पर करीब 55 लाख अधिक झालरों से सजाया है. जिसमें, फसाड लाइट, एलईडी स्ट्रिप एलईडी झालर है. जरूरत और सुंदरता के मुताबिक तिरंगा रंग और पीली और अन्य लाइट का इस्तेमाल किया गया है. इस बार काशी को कुछ इस तरह सजाएं मानों धरती पर स्वर्ग उतर आया हो. घाटों को झालर से सजाया गया है. चौक-चौराहों पर लाइटिंग की व्यवस्था हो चुकी है. काशी के लोगों में भी इसको लेकर खास उत्साह देखने को मिल रहा है.