मास्को. रूस और यूक्रेन के बीच 12 दिन से जंग चल रही है. रूस ने सोमवार को कुछ घंटे के लिए पूरे यूक्रेन में सीजफायर का ऐलान किया है. स्पूतनिक की रिपोर्ट के मुताबिक, यह सीजफायर 12.30 बजे से शुरू होगा. इस दौरान युद्ध में फंसे लोगों को निकालने के लिए ह्यूमन कॉरिडोर बनाया जाएगा. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की अपील पर रूस ने सीजफायर का ऐलान किया है. ऐसा दूसरी बार है जब रूस ने यूक्रेन में सीजफायर का ऐलान किया है.
इससे पहले दो शहरों में 6 घंटे के लिए सीजफायर किया गया था. इस दौरान भारतीय नागरिकों को निकलने के लिए रास्ता दिया गया था. मारियुपोल, खारकीव, कीव और सुमि में सीजफायर का ऐलान किया गया है. जानकारी के मुताबिक, यूक्रेन के Sumy में 500 से ज्यादा भारतीय फंसे हुए हैं. वो अभी निकल नहीं पाए हैं. रूस की सेना की तरफ से सीजफायर के ऐलान के बाद यूक्रेन में फंसे नागरिक वहां से निकल पाएंगे.
भारतीयों के लिए अच्छी खबर है कि रूस ने सुमि के लिए 2 रास्ते खोले हैं. पहला रास्ता Sumy-Sudzha-Belgorod से होकर गुजरता है और दूसरा रास्ता Sumy-Golubovka-Romny-Lokhvitsa-Lubny-Poltava का है. इन रास्तों पर सीजफायर लागू रहेगा. इसकी जानकारी संयुक्त राष्ट्र, ओएससीई और आईसीआरसी को दे दी गई है. इससे पहले सोमवार सुबह रूस ने यूक्रेन के खार्किव शहर में रिहाइशी इमारतों को निशाना बनाया. हालांकि, लोगों को पहले ही बंकरों समेत सुरक्षित जगहों पर जाने की सलाह दी जा चुकी थी, लेकिन अब भी वहां कुछ लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है.
दूसरी ओर, यूक्रेनी सेना ने दो उच्च-रैंकिंग रूसी अधिकारियों को मारने का दावा किया है. दावा किया गया है कि रूसी सशस्त्र बलों के 61वें सेपरेट मरीन ब्रिगेड के कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल दिमित्री सफ्रोनोव और 11वें सेपरेट एयरबोर्न असॉल्ट ब्रिगेड के डिप्टी कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल डेनिस ग्लीबोव मारे गए हैं. वहीं, यूक्रेन के मुताबिक, कई रूसी टैंक भी तबाह किए गए हैं.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को चेतावनी दी कि यूक्रेन का राष्ट्र का दर्जा खतरे में है. उन्होंने रूस पर पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों की तुलना युद्ध की घोषणा से की. रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के शहरों को घेरना जारी रखा है और देश से पलायन करने को मजबूर यूक्रेनी नागरिकों की संख्या बढ़कर 14 लाख से ज्यादा हो गई है.
पुतिन इसके लिए लगातार पूरी तरह से यूक्रेनी नेतृत्व को दोषी ठहरा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर वे यही करते रहे, तो भविष्य में यूक्रेन के राष्ट्र के दर्जा को खतरे में डाल रहे हैं. अगर ऐसा होता है, तो यह पूरी तरह से उनके विवेक पर निर्भर करेगा.