ताज देखने आने वाले सैलानियों को अब पहले से ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ेगी। वहीं सुविधाओं के नाम पर उसे कुछ भी नया नहीं मिल रहा है। वहीं उसके लिए बनने वाले नए नियम भी उसे चर्चाओं में ले आते हैं। इसका सीधा असर सैलानियों पर पड़ता है। एक ओर जहां महंगाई ने कमर तोड़ रखी है। वहीं ताजमहल का दीदार भी जल्द महंगा होने जा रहा है।
भारतीय टिकट पर 10 रुपये और विदेशियों के लिए टिकट पर 100 रुपये बढ़ने जा रहे हैं। पथकर के रूप में यह बढ़ोतरी विकास प्राधिकरण की ओर से किए जाने की तैयारी है। अभी तक ताजमहल देखने के लिए भारतीय सैलानियों को 50 रुपये का टिकट लेना पड़ता है। मुख्य गुबंद पर जाने के लिए भारतीय सैलानियों को 200 रुपये का टिकट लेना होता है। इसमें 10 रुपये पथकर के शामिल किए गए हैं।
अब भारतीयों को 260 रुपये खर्च करने होंगे। वहीं विदेशी सैलानियों को 1100 रुपये का टिकट मिलता है। मुख्य गुंबद पर जाने के लिए 200 रुपये की टिकट अलग से लेने के बाद 1300 रुपये देने होते हैं। इसमें 100 रुपये की बढ़ोतरी होने पर ये राशि 1400 रुपये पहुंच जाएगी। सैलानियों के टिकट में बढ़ोतरी की तैयारी विकास प्राधिकरण पथकर के रूप में कर रहा है। कुछ वर्ष पहले एएसआई ने अपनी टिकटों में दरें बढ़ाई थीं, लेकिन पथकर का पैसा नहीं बढ़ा था। अब प्राधिकरण इसको बढ़ाने जा रहा है। हालांकि प्राधिकरण ने पूर्व में पथकर बढ़ाने का प्रस्ताव शासन को भेजा था, लेकिन वहां प्रस्ताव को माना नहीं गया था।
इस बार उम्मीद दिख रही है। प्राधिकरण ने पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों से पथकर बढ़ाने में सहयोग मांगा है। इधर, सैलानी को ताजमहल के महंगे दीदार के साथ बढ़ी हुई टोल दरें भी चुकानी होंगी। इसके अलावा होटल में ठहरना, टैक्सी और कैब भी महंगे हो गए हैं।
ये हो जाएगी टिकट
भारतीय अभी तक बढ़ने पर
250 रुपये 260 रुपये
विदेशी अभी तक बढ़ने पर
1300 रुपये 1400 रुपये
पथकर का इतना है हिस्सा
भारतीय बढ़कर हो जाएगा
10 रुपये 20 रुपये
विदेशी बढ़कर हो जाएगा
500 रुपये 600 रुपये