लखनऊ, 26 अप्रैल
उत्तर प्रदेश के समग्र विकास के लिए सरकार अपनी नीति बनाने के लिए बाटम टू टाप का फार्मूला अपनाएगी। प्रदेश सरकार ने तय किया है कि निचले स्तर पर समस्याओं का पहले अध्ययन किया जाएगा और इसी आधार पर राज्य के लिए नीति बनाई जाएगी। इसके तहत हर जिले के लिए एक ‘मॉडल डिस्ट्रिक्ट प्लान’ भी तैयार किया जाएगा। मॉडल डिस्ट्रिक्ट प्लान के लिए बाकायदा मंथन होगा और हर जिले की समस्याओं का अध्ययन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्रियों को फील्ड में जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि आगामी विधानसभा सत्र से पूर्व मंत्रिपरिषद के प्रदेश भ्रमण का कार्य पूरा कर लेना होगा। इस संबंध में 18 मंत्री समूह गठित किए गए हैं। उपमुख्यमंत्री गणों की टीम में एक-एक राज्य मंत्री सम्मिलित हैं, शेष तीन सदस्यीय मंत्री समूह गठित किए गए हैं। यह 18 समूह 18 मंडलों का भ्रमण करेगी। भ्रमण का यह कार्यक्रम शुक्रवार से रविवार तक होगा। पहले चरण में प्रदेश भ्रमण करने के बाद मंत्री समूहों का रोटेशन प्रणाली के तहत दूसरे मंडलों की जिम्मेदारी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि तीन दिवसीय मंडलीय भ्रमण के दौरान हर टीम को एक जनपद में कम से कम 24 घंटे रहना होगा। टीम का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ मंत्री कम से कम दो जिलों का भ्रमण करें। शेष मंत्री गणों को सुविधानुसार एक-एक जिले की जिम्मेदारी दी जाए।
भ्रमण के बाद मंत्रियों रिपोर्ट के आधार पर राज्य की नीति का निर्धारण किया जाएगा। इसी के आधार पर हर जिले के लिए अलग-अलग मॉडल डिस्ट्रिक्ट प्लान भी बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री का कहना है कि हर जिले की अपनी-अपनी समस्या है, जिसके लिए यह जरूरी है कि उन समस्याओं का निराकरण स्थानीय आधार पर बनाए गए प्लान के तहत हो। इससे प्रदेश के समग्र विकास की नई इबारत लिखी जा सकेगी।
प्रदेश भ्रमण के लिए गठित मंत्री समूहों के अध्यक्ष
1- उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या- आगरा मंडल
2- उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक – वाराणसी मंडल