मुंबई. लगातार खराब प्रदर्शन के बाद रवींद्र जडेजा ने आईपीएल में चेन्नई की कप्तानी छोड़ दी है. उन्होंने एक बार फिर कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी को टीम की कप्तानी सौंप दी है. चेन्नई 8 मुकाबले खेलकर केवल 2 मैच जीत दर्ज कर सकी थी. अब बचे हुए मैचों में एक बार फिर से एमएस धोनी कप्तानी करते नजर आएंगे.
सीएसके की प्रेस रिलीज के मुताबिक, रवींद्र जडेजा ने अपने खेल पर अधिक ध्यान केंद्रित करने और ध्यान केंद्रित करने के लिए कप्तानी छोडऩे का फैसला किया है और एमएस धोनी से सीएसके का नेतृत्व करने का अनुरोध किया है. धोनी ने बड़े हित में चेन्नई का नेतृत्व करना और जडेजा को अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करने की अनुमति देना स्वीकार किया है.
जडेजा की हो रही थी आलोचना
रवींद्र जडेजा आमतौर पर सीएसके में अच्छा प्रदर्शन करते थे, लेकिन कप्तानी के दबाव में उनका प्रदर्शन बेहद खराब रहा. ऐसे में जडेजा की काफी आलोचना हो रही थी. पर किसी को यकीन नहीं था कि सर रवींद्र जडेजा इतना बड़ा फैसला ले सकते हैं. जडेजा की कप्तान छोडऩे के बाद धोनी दूसरी बार टीम की कप्तान संभालेंगे. 33 साल के जडेजा 2012 से चेन्नई टीम के साथ हैं. 24 मार्च को धोनी ने अचानक उन्हें कप्तानी सौंपने का ऐलान किया था. तब जडेजा चेन्नई के तीसरे कप्तान बने थे. आईपीएल के पहले सीजन यानी 2008 से ही महेंद्र सिंह धोनी ही टीम की कमान संभाल रहे थे. धोनी ने 213 मैच में कप्तानी करते हुए टीम को 130 मैच में जीत दिलाई है. बीच में सुरेश रैना ने भी 6 मैचों में कप्तानी की है, जिसमें से टीम ने सिर्फ 2 ही मैच जीते थे. 40 साल के धोनी 2008 से चेन्नई के कप्तान रहे हैं और यह उनका आखिरी आईपीएल हो सकता है. वह पहले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं.