नई दिल्ली. गौतम अडाणी की अगुवाई वाले अडाणी ग्रुप ने देश की दो बड़ी सीमेंट कंपनियां अंबुजा और एसीसी को खरीद लिया है. अडाणी ग्रुप ने इन दोनों कंपनियों को स्विटरजरलैंड की कंपनी होलसिम से खरीदा है. यह डील 10.5 अरब डॉलर यानी करीब 81 हजार करोड़ रुपये में हुई है. अडाणी ग्रुप विदेश में स्थित अपनी एक सब्सिडियरी के जरिए यह हिस्सेदारी खरीदेगी. होलसिम के पास अपनी सहयोगी के जरिए अंबुजा सीमेंट्स में 63.19 प्रतिशत और एसीसी में 54.3 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
अडाणी ग्रुप और देश के इंफ्रास्ट्रक्चर व बिल्डिंग मैटेरियल इंडस्ट्री का यह अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण है. अडाणी ग्रुप पिछले साल अडाणी सीमेंट इंडस्ट्रीज के नाम से सीमेंट सेक्टर में दाखिल हुआ था. इस डील के बाद अडाणी ग्रुप भारत का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट मेकर बन जाएगा. एसीसी की शुरुआत 1 अगस्त 1936 को मुंबई में हुई थी. अंबुजा सीमेंट की स्थापना 1983 में नरोत्तम सेखसरिया और सुरेश नियोतिया ने की थी. होलसिम कंपनी ने भारत में 17 साल पहले कारोबार शुरू किया था. इसे दुनिया की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी माना जाता है
एक रिपोर्ट के अनुसार अंबुजा की वर्तमान उत्पादन क्षमता 31.5 एमटी सालाना है. यह 7 एमटी के विस्तार योजना पर काम कर रही है. एसीसी, अंबुजा सीमेंट की ही सब्सिडियरी है. एसीसी की वर्तमान उत्पादन क्षमता 34 एमटी है और यह वतज़्मान में कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है. माकेज़्ट एनालिस्ट का कहना है कि दोनों की संयुक्त उत्पादन क्षमता वर्तमान में 66 एमटी है. चालू विस्तार योजना के पूरे हो जाने पर यह क्षमता 78 एमटी हो जाएगी.
अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी भारत में सबसे मजबूत ब्रांडों में से हैं, जिनके पास बेहतरीन मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई चेन इंफ्रास्ट्रक्चर है. दोनों कंपनियों के पास वर्तमान में 23 सीमेंट प्लांट, 14 ग्राइंडिंग स्टेशन्स, 80 रेडी-मिक्स कंक्रीट प्लांट और पूरे भारत में 50,000 से ज्यादा चैनल पार्टनर हैं. अंबुजा सीमेंट और एसीसी दोनों ही शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियां हैं.