कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर में शुक्रवार 3 जून को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 40 संदिग्धों का पोस्टर जारी किया है. फिलहाल यह पोस्टर यतीमखाना चौकी में लगाने के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से कमिश्नरेट पुलिस द्वारा जारी किया गया है. जानकारी के अनुसार कानपुर पुलिस ने 100 संदिग्ध उपद्रवियों का पोस्टर तैयार करवाया है. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर इन संदिग्धों में से किसी ने पत्थर, तो किसी ने पेट्रोल बम अपने हाथ में रखा हुआ था.
वहीं कानपुर हिंसा को लेकर उपद्रवियों के खिलाफ पुलिस का एक्शन लगातार जारी है. हिंसा के मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी और उसके 3 साथियों समेत अब तक कुल 38 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. वहीं उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए योगी सरकार के आदेश पर 3 आईपीएस अफसर विशेष तौर पर कानपुर भेजे गए हैं.
कानपुर पुलिस की तरफ से पोस्टर जारी करते हुए मोबाइल नंबर 9454403715 पर संदिग्धों को देखते ही व्हाट्सएप के माध्यम से जानकारी देने की अपील की गई है. पुलिस कमिश्नर विजय प्रकाश मीणा ने साफ कहा है कि आरोपियों की पकडऩे में मदद करने वाले की पहचान उजागर नहीं की जाएगी और उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस की होगी.
पुलिस कमिश्नर ने साफ तौर पर हिदायत देते हुए कहा है कि के सभी आरोपियों पर कार्रवाई आवश्यक है, ताकि भविष्य में यह किसी प्रकार की घटना कर शांति व्यवस्था को बिगडऩे का काम न करें. इसके साथ ही पुलिस संवेदनशील इलाकों से लगातार पैदल मार्च कर लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करते हुए अफवाहों से बचने की हिदायत भी दे रही है.
वहीं हिंसा के मामले में आरोपियों पर कार्रवाई के लिए कानुपर पुलिस कमिश्नर विजय मीणा ने एसआईटी की चार टीमों का गठन किया है, जो कि अलग अलग काम करेंगी. पहली टीम मुकदमों की विवेचना करेगी. दूसरी टीम सीसीटीवी वीडियो फुटेज की जांच और दंगाई की पहचान करेगी. जबकि तीसरी टीम पेट्रोल पम्प की करेगी. जांच बोतल में पेट्रोल देने वाले पम्पों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी. चौथी एसआईटी टीम सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ जांच करेगी.