मुजफ्फरनगर. भैसी गांव के राहुल नामक युवक ने पेड़ से फंदा लगा कर जान दे दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसके शव को पेड़ से उतरवाया तो उसकी जेब से एक सुसाइड लैटर मिला. पुलिस ने लैटर को अपने कब्जे में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. सुसाइड नोट के अनुसार युवक ने अपने ऊपर लगे रेप के आरोपों को झूठा बताया और इस कारण से खुद को डिप्रेशन का शिकार भी बताया. इसी के चलते उसने आत्महत्या का कदम उठाया है. गौरतलब है कि युवक को इन आरोपों में 19 महीने की जेल की सजा भी हुई थी.
युवक ने लैटर में लिखा कि उसकी लाइफ बेकार हो चुकी है जब से उसे झूठे केस में फसाकर जेल भिजवाया गया है तब से वह डिप्रेशन में चल रहा है. उसने कुछ गलत नहीं किया है. वह लड़की सिर्फ उसकी दोस्त थी और उसने उसे जॉब दिलाने के लिए बुलाया था फिर भी लड़की के मां बाप ने उसे बहला फुसलाकर भगा ले जाने और रेप करने के मामले में जेल भिजवा दिया. राहुल ने लिखा कि 19 महीने जेल में रहकर मेरी जिंदगी खराब हो चुकी है. मैं डिप्रेशन में हूं और अब मेरी सरकारी नौकरी भी नहीं लग सकती है. इसलिए मैं ये कदम उठा रहा हूं. मुझे माफ़ कर दो इसमें मेरे परिवार का कोई कसूर नहीं है. मैं जो भी कर रहा हूं अपनी मर्जी से कर रहा हूं.
राहुल ने लिखा कि पापा मुझे माफ़ कर दो .. मेरा सपना भी बड़ा एथलीट बनने का था. मैंने मेहनत भी की देश विदेश में कई मैडल भी जीते लेकिन मेरी जिंदगी खराब कर दी गई. मैंने रेप नहीं किया था. ये बात लड़की ने भी कही है कि मेरे साथ कुछ भी नहीं हुआ फिर मुझे सजा क्यों मिली. ये कलंक लेकर मुझसे जिया नहीं जाएगा. सब मेरे बारे में गलत सोच रहे है. मैं किसी से बात करने लायक नहीं रहा इसलिए मैं अपनी जिंदगी खत्म कर रहा हूं. राहुल ने इस दौरान माफी भी मांगी और कहा कि सॉरी मैं अपनी फैमली से बहुत प्यार करता हूं लेकिन मुझे करना पड़ा. मैं 20 महीनों से डिप्रेशन में हूं.
उल्लेखनीय है कि राहुल ने कम उम्र में ही कई प्रतियोगिताओं में देश विदेश में मैडल जीते थे. वो दिल्ली में रहकर ओलंपिक की तैयारी भी कर रहा था. इसी दौरान दिल्ली में एक युवती के परिजनों ने उस पर बेटी को बहला फुसलाकर भगा ले जाने और रेप का मुकदमा दर्ज कराया था. जिसके बाद दिल्ली पुलिस राहुल को उसके गांव से गिरफ्तार कर ले गई थी. जिसके बाद तकरीबन 19 माह जेल में रहने के बाद राहुल एक महीने पहले ही जमानत पर जेल से छूटकर आया था और तभी से वह डिप्रेशन में चल रहा था.