दिल्ली. देश के 15 राज्यों में राष्ट्रीय जांच एजेंसियों एनआईए और ईडी ने लोकल पुलिस के साथ मिलकर गुरुवार को पीएफआई के करीब 100 ठिकानों पर छापेमारी की. इस दौरान एनआईए ने संगठन के 45 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है. सबसे ज्यादा गिरफ्तारी केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक से हुई है, जहां संगठन का एक मजबूत आधार है. संगठन के खिलाफ अलग-अलग कई केस चल रहे हैं, जिसमें यह गिरफ्तारियां की गई है.
एनआईए द्वारा जारी बयान के अनुसार 19 आरोपियों को केरल से, 11 को तमिलनाडु से, कर्नाटक से 7, आंध्र प्रदेश से 4, राजस्थान से 2, यूपी और तेलंगाना से 1-1 को गिरफ्तार किया गया है. जानकारी के अनुसार निजामाबाद केस में पांच लोग गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें चार गिरफ्तारियां अकेले आंध्र प्रदेश में हुई है और एक शख्स को तेलंगाना से गिरफ्तार किया गया है. इनमें अब्दुल रहीम, अब्दुल वाहिद, शेखजफुल्लाह, रिहाज अहमद और अब्दुल वारिस शामिल हैं.
इनके अलावा दिल्ली से जुड़े एक मामले में 19 लोग गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें 8 केरल, 7 कर्नाटक, 3 तमिलनाडु और एक शख्स को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है. एनआईए प्रवक्ता संजुक्ता पराशर के अनुसार संगठन के चेयरमैन ओएमए सलाम भी इसी केस में गिरफ्तार किए गए हैं. दो अन्य केस दिल्ली से ही जुड़े हुए हैं, जिसमें पहले केस में दो लोग राजस्थान से और दूसरे केस में 8 लोग गिरफ्तार किए गए हैं.
उन्होंने बताया कि कोच्ची से जुड़े एक मामले में 11 लोग गिरफ्तार किए गए हैं जिनमें सभी केरल के ही रहने वाले हैं. इनमें नाजुमद्दीन, सैंउद्दीन, याहिया, कोहेया, मोहम्मद अली, सिटी सुलेमान, पीके उस्मान, सादिक अहमद, शिहाहास, पी अंसारी, एमएम मजीद, करामना असरफ मौलवी शामिल है.
एजेंसियों ने केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, असम, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, वेस्ट बंगाल, बिहार और मणिपुर में छापेमारी की थी. जानकारी के अनुसार केरल में 39, तमिलनाडु में 16, कर्नाटक में 12 और आंध्र प्रदेश में 7 ठिकानों पर रेड डाली गई. इनके अलावा महाराष्ट्र और राजस्थान में 4-4, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में 2-2 और तेलंगाना, असम, मध्य प्रदेश, गोवा, पश्चिम बंगाल, मणिपुर और बिहार में एक-एक ठिकाने पर छापेमारी की गई.
जानकारी के अनुसार दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में 18 आरोपियों की पेशी की गई, जहां कोर्ट ने सभी को चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. गौरतलब है कि एनआईए के करीब 300 अधिकारी रेड में शामिल थे, जांच एजेंसी के डायरेक्टर जनरल खुद पूरी रात हेड क्वार्टर में मौजूद रहे और पूरी रेड पर खुद नजर रखी.